भारत का आम समाज अक्सर सरकारी सेवाओं की शिकायत करता रहता है, सरकारी सेवाओं की इन आलोचनाओं के पक्ष में आम लोगों सहित तमाम बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों तक का मानना है कि खुले बाजार से किसी भी क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों में कंपटीशन बढ़ेगा जो आम लोगों को बेहतर सुविधाएं देगा। इस एक तर्क के सहारे सरकार ने सभी सेवाओं को बाजार के हवाले पर छोड़ दिया, इसमें जिन सेवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ वे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर पड़ा है। इसका खामियाजा गरीब, मजदूर और आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

आयुष्मान भारत योजना रुपए तक कैशलेस स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है जिन प्रति जिन प्रतिवर्ष पत्र परिवार ₹500000 तक इसका लाभ देश भर से सूची बंद अस्पताल और हेल्थ केयर प्रदाताओं से उठाया जा सकता है इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना के अनुसार गुड़ा के रोग हृदय रोग डेंगू चिकनगुनिया मलेरिया डायलिसिस जैसी घटनाओं की की संतानता मोतियाबिंद और अन्य चिन्हित गंभीर बीमारियों निशुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता है जॉब्स में होते हैं जो इनकम टैक्स भरते हैं जो साथ ही जिनका भी बीएफ वगैरा करता है भूमिहीन ने 16 से 60 वर्ष की आयु के बीच कोई सदस्य नहीं है तो ऐसे लोग 20 योजना का लाभ उठा सकते धन्यवाद

सरकार का दावा है कि वह 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रही है, और उसको अगले पांच साल तक दिये जाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार की नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान वित्त मंत्री यह बताना भूल गईं की इस दौरान आम जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।

Latest news

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

आयुष्मान योजना के 200 हितग्राहियों के कार्ड बनाए