मेरी भी आवाज़ सुनो कार्यक्रम के अंतर्गत इस कड़ी में किसान क्रेडिट कार्ड योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।भारत सरकार ने छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन देने की शुरुआत की है .अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
मेरी भी आवाज़ सुनो कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।कई बार मौसम में परिवर्तन होने के कारण किसानों की फसल पूरी तरह से ख़राब हो जाती है। इस क्षति में किसनों को राहत देने के उद्देश्य से सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है
आपका पैसा... आपकी ताकत आपका पैसा.... आपकी ताकत नमस्ते साथियों देखते ही देखते अब हम आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपका पैसा आपकी ताकत के अंत की तरफ बढ़ चुके हैं। है ना कमाल की बात अभी कुछ दिनों पहले ही तो मैं और आकाश लड़ते झगड़ते आए थे। आपसे बचत,बजट,बैंक खाता,एटीएम और ना जाने कितनी ही बातों पर चर्चा करने और अब देखिए हम इस कार्यक्रम में कितनी सारी बातें कर चुके हैं। आपको पाता है हमें बैंकिंग सिखाते-सिखाते आकाश तो खुद ही बैंक में नौकरी करने लगा। हाँ-हाँ और क्या अभी कुछ दिन पहले ही तो नौकरी लगी है उसकी। और दोस्तों मैंने भी एक महिला संस्था में नौकरी शुरू कर दी है। जहाँ मैं अपने साथियों से मिल कर अब तक आपका पैसा आपकी ताकत कार्यक्रम से सीखी सारी बातों को आप जैसी और महिलाओं के साथ साझा करुँगी। आप तो जानते ही है इस कार्यक्रम में सबसे पहले हमने बात की थी पैसो को बचाने के बारे में। और पैसों को कैसे बचाना है... जी हाँ महीने का बजट बना कर। महीने का बजट बना लेने से हमे पता चलता रहता है की आखिर हम कितनी और कहाँ फिजूल खर्चे कर रहे हैं। अब तो मैं हर महीने अपने कमाई का बीस टका रुपया जरूर बचाती हूँ, और वो जो मैंने बैंक में खाता खुलवाया था न बस उसी में जमा करती रहती हूँ। बल्कि मैं तो अपने सारे पैसे बैंक में ही रखती हूँ। महीने के शुरू में ही कुछ नगद अपने अलमारी में रख के सारे पैसे बैंक में ही रहने देती हूँ। और जहाँ भी जरुरत होती है एटीएम से निकालती हूँ या फिर ऐमज़ॉन पे और पेटीएम का इस्तेमाल कर के अपनी जरूरते पूरी कर लेती हूँ। आप लोग अपना पैसा कहाँ बचा रहे हैं बैंक खाते में,एसएचजी में या चावल के कलस्तर मे। मैं तो कहती हूँ एसएचजी और बैंक ही सही है। वैसे.. कमला चाची की बहु तो याद है ना वो अपने गांव की एसएचजी में जुड़ गई है। और पता है क्या उन्होंने अपना मुर्गी पालन का बिजनस भी शुरू कर लिया है। अरे अच्छा हाँ बिजनस से याद आया मेरे गंगा पार वाले मामा जी है ना उनकी दुकान तो बढियाँ चल पड़ी, और पता है दुकान कौन चलाता है मामी जी हीहीही.....मामी जी भी कुछ पैसे एसएचजी से लोन ली और दुकान में माल भरा और दुकान वो मामा जी ने बैंक से लोन ले कर खोली। बल्कि एसएचजी वाले पैसे तो अबतक उन लोगों ने लौटा भी दिए हैं। और मामी जी के दुकान में गूगल पे, पेटीएम, ऐमज़ॉन पे किसी से भी पैसों का भुगतान कर सकते हैं।सीमा और सीमा के भईया फ़िलहाल लोन की तैयारी कर रहे हैं। उम्मीद करती हूँ उनका भी लोन जल्दी मिल जाएगा और सीमा एक बढियाँ सी कोचिंग खोल लेगी। दिनेश भईया ने नया स्मार्ट फोन लिया है। और अब वो अम्मा और बाबू को भी पैसे हर महीने गूगल पे करते हैं। इक अलग ही ख़ुशी होती है बाबू के चेहरे पर जब हर पांच तारीख को उनका फोन बज उठता है। हमारे गाँव में तो अब ज्यादातर लोग गाड़ी बाद में खरीदते हैं और बीमा का पता पहले लगवाते हैं।सबने अपने फसलों का भी बीमा करा लिया है, और करवाना भी चाहिए.... मैं तो कहती हूँ प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन बीमा योजना ये सब आखिर हमारे और हमारे अपनों के उज्जवल भविष्य के लिए ही तो है। रिंकी के सुकन्या समृद्धि योजना के पैसे भी सीधा उसके खाते में आ गए इस बार कोई भागा दौड़ी भी नहीं करनी पड़ी, और अब रिंकी भी चेन से कॉलेज जा सकती है। साथियों, इस कार्यक्रम के जरिए हमारा एक ही मकसद है कि महिलाओं और लड़कियों को वित्तीय साक्षरता सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। क्योंकि जब महिलाएँ वित्तीय साक्षरता सीखती हैं, तो ना ही सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि साथ ही साथ वो अपने घर परिवार के लिए पैसों से जुड़ी सही और अटल फैसले ले पाती हैं। आखिर ये बात किसी से कहाँ छुपी है के आज की महिलाएँ ना ही अपने साथी के साथ कंधे से कन्धा मिला कर पैसे कमा रहीं हैं,बल्कि सदियों से महिलाएं ही अपने घर को चला रही हैं। और अपने बजट और बचत की बुद्धि से कभी भी परिवार में मुशीबत नहीं आने देती। तो साथियों, आपको यह कार्यक्रम कैसा लगा। क्या यह आपकी किसी वित्तीय जानकारी की जरुरत को हल करने में मददगार रहा है...? क्या आप इस कार्यक्रम से अपनी सिख दूसरों के साथ साझा कर रहे हैं....? आप यह कैसे कर रहे हैं...? जब आप यह जानकारी साझा करते हैं तो आपको लोगों से क्या प्रतिक्रिया मिलती है...? इस सवालों का जवाब आप हम तक पंहुचा सकते हैं...कैसे अरे फोन में नंबर-3 दबाकर। चलिए अब मैं चलती हूँ अगले हफ्ते मिलेंगे आप ही में से कुछ श्रोताओं की राय,सुझाव और सवालों के साथ नमस्ते
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