मेरा नाम सुबोनी बेसरा संथाली चिराग वाणी रिपोर्टर चकाई जमुई (बिहार)से मनरेगा के संबंध में गांव वालों के साथ चर्चा करना। इससे यह पता चला कि गांव वाले को मनरेगा के बारे में जानकारी नहीं है और इन लोगों को मनरेगा से जुड़ा कोई भी कार्य नहीं दिया जाता है। ये लोग जंगल से लकड़ियां लाकर मार्केट में बेचा करते हैं यही काम करते हैं।