लोग कहते हैं की इतनी दोस्ती मत करो, के दोस्त दिल पर सवार हो जाए, में कहता हूं दोस्ती इतनी करो के, दुश्मन को भी तुम से प्यार हो जाए….! साथियों दोस्ती जीवन के सबसे अनमोल बंधनों में से एक है. यह रिश्ता खून का न होते हुए भी बढ़-चढ़कर साथ निभाता है. दुनिया में यह इकलौता ऐसा रिश्ता है जो बच्चा मां की पेट से बाहर आने के बाद बनाता हैं। इसके अलावा लगभग सभी रिश्ते पहले से ही तैयार होते है। एक अच्छा दोस्त मिलना भी किसी आशीर्वाद से कम नहीं होता है।वैसे तो दोस्ती को सेलिब्रेट करने के लिए किसी खास दिन की जरूरत नहीं है. फिर भी इस दिन को और खास बनाने के लिए हर साल अगस्त महीने के पहले इतवार को फ्रेंडशिप-डे मनाया जाता है. फ्रेंडशिप-डे मनाने के पीछे की खास वजह ‘दोस्ती के महत्व का समझना’ है. चूंकि यह खास दिन दोस्ती को समर्पित है. इस दिन हर कोई अपने खास दोस्त के साथ एंजॉय करता है. साथियों... आप सभी को मोबाइल वाणी परिवार की और से फ्रेंडशिप-डे की हार्दिक शुभकामनाएं .
"दीपावली है रौशनी का त्योहार , संग लाता है सुख और समृद्धि अपार , झूम रहा खुशियों से घर-संसार समेट लो अपनों का साथ और प्यार" दोस्तों, दीपावली को रौशनी का त्यौहार कहा जाता है। आज ही के दिन श्री राम अपने 14 वर्ष के वनवास को पूरा कर के कार्तिक मास की अमावस्या को अपने घर अयोध्या लौटे थे। लौटने की ख़ुशी में अयोध्यावासियों ने उनका स्वागत कुछ यूँ किया....कि पुरे शहर को मिट्टी के दीयों से जगमग कर डाला।अमवस्या की काली रात रौशनी में डूब गई। तब से ये सिलसिला चलता आ रहा है और लोग इस परंपरा को पीढ़ी दर पीढ़ी निभाते चले आ रहे हैं । दीपावली की तैयारी घर की साफ-सफाई के साथ कुछ दिन पहले से ही शुरू हो जाती है। फिर दीपावली के दिन मिट्टी के दीयों के साथ लोग बिजली की रंग बिरंगी बत्तियों ,आम पत्तों,फूलों की मालाओं,रंगोली ,इत्यादि से अपने घर- आंगन को सजाते हैं। तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं,मिठाइयां खाई जाती है,खूबसूरत कपड़े पहने जाते हैं और उपहार के साथ दोस्तों रिश्तेदारों से मिलकर खुशियां मनाई जाती है।ये पर्व है दोस्तों के साथ खुशियां बाँटने का और अपनों से मेल मिलाप कर के यादें बटोरने का। साथियों ,आइए आज दीपावली के दिन हम एक दीपक जलाएं विश्व में प्रेम,शांति,सद्भावना और भाईचारा के नाम। आप सब को ग्राम वाणी परिवार के तरफ से दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !