कोई राजनेता अपने फायदे और पद को लेकर चलते है। सब ऊँचे स्तर पर पहुँचना चाहते है। कोई अपनी पार्टी की फ़िक्र नहीं करती ,जहाँ पैसा अधिक मिल जाता है वहां चले जाते है। लोग अब वो पार्टी को चुनने लग गए है जो अधिक लाभ दे रहा है।