उत्तरप्रदेश राज्य के जिला हरदोई से हमारे श्रोता , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि सालों पहले तक हमारे ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावक ज्यादा गंभीर नहीं होते थे। हालांकि इधर के बरसों की बात की जाए तो लड़कियों की शिक्षा पर अब अभिभावकों के साथ ही सरकार भी ध्यान दे रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि ग्रामीण इलाकों में परिषदीय विद्यालयों में अभी तक शौचायलयों का अभाव रहा है । जिसके चलते ग्रामीण अभिभावक अपनी लाड़लियों को विद्यालय भेजने में संकोच करते थे, लेकिन अब स्थितियां बदली है। सरकार ने कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों में शौचायलयों को बनवाने का काम शुरू कर दिया है। यहां तक कि दिव्यांग शौचालय भी स्कूलों में बनाए जा रहे हैं।