हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है कि हमीरपुर के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। सरकारी स्कूलों में बच्चे भी कम पढ़ने आते है। वह बताते है कि शिक्षकों को पढ़ाने के अलावा और भी अन्य कार्य दिए जाते है। जिसके कारण उन्हें पढ़ाने में परेशानी होती है।उनका कहना है कि जो प्राइवेट जॉब करते है वह अपने बच्चो को प्राइवेट स्कूलों में अधिक फीस होने के कारण नहीं पढ़ा पाते है।