झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के जंगी पंचायत से द्रौपदी देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहती हैं,ग्राम वाणी सुन कर बहुत अच्छा लगा और ये पता चलता है,कि महिलायें अब अपने पर शसक्त हो जाये आत्मनिर्भर हो जाये किसी दूसरे पर निर्भर ना हो महिलाओं को समूह से जुड़ना चाहिए और अपना परस्थान बनाना चाहिए।महिलायें जब तक समूह नहीं बनायीं थी ,ताब तक अपने घर और पति के कैद में थी बंधन में थी ,समूह में जुड़ने के बाद बहुत सारि चीज़ सिखने को मिली है

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के इचाक प्रखंड के किर्यातपूर से प्रिया कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि महिला ग्रुप से जुड़ी हुई हैं,और उनके यहाँ बेटा-बेटी में कोई अंतर नहीं किया जाता है दोनों को समान नज़र से देखा जाता है ,सास-बहुव में भी कोई भेद भाव नहीं किया जाता है ,उनके गांव में आस पड़ोस के लोगों में भेद भाव नहीं किया जाता है और वो लोगों को समझती है ,की लड़कियों को पढ़ने दें और आगे बढ़ने दे लड़कियों कि शादी 18 वर्ष के बाद ही करें।

झारखण्ड राज्य से हमारी एक शोरता मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहती है,कि वो होने बेटा- बेटी में कोई अंतर नहीं करती और दोनों को एक समान मानती है,वो अपने माता-पिता को भी एक समान मानती हैं,सास-ससुर में कोई भेद-भाव नहीं करती आस पड़ोस में भी कोई भेद-भाव कि भावना नहीं रखतीं हैं।महिला ग्रुप को अच्छे से चला रही हैं,और देख भल कर रहीं हैं

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला से संजू देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बतातीं है,कि उनके समहू का नाम ,मिराज जीविका सखी मंडल है,जिसमे वो बी.के हैं ,ग्राम संगठन का नाम बरानीह जीविका महिला ग्राम संगठन उसमे भी कार्यकर्त्ता के रूप में काम करती हैं।नीलिमा की कहानी से उन्हें सिख मिली है,घर से बहार निकलने के बाद उनका समूह फिर संगठन बना उसके बाद सी.एल.एफ बना फिर बैठक में जाने लगी। संजू देवी कहती है,कि मोबाइल वाणी एक ऐसा मंच है जहाँ महिलाओं को बोलने का अवसर मिला।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के बरेनि पंचायत से ललिता देवी महिला समूह से जुड़ी हुई हैं,मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहतीं है,कि अब उनका दिमाग बढ़ा है,पढ़ने लिखने में अब उनको घर से कोई रोक रोकाव नहीं है।उनको नीलिमा की कहानी से बहुत कुछ पता चला है,वो पंचायत कि बैठक में जाती है।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के बरेली पंचायत की वार्ड सदस्य लाजवंती देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि कही भी बैठक होती है,तो सभी महिलायें मिल कर उस बैठक में जाती हैं।पहले महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था,परन्तु अब महिलायें घर से बाहर निकल रहीं हैं,और अपने पैरों पर खड़ी हो रहीं हैं।अब तो महिलायें पंचायत भवन में बैठक में जाती हैं,और अपने साथ कितनी महिलाओं को इखट्टा करतीं हैं।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के बरेली गांव से लीलावती देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि वो बहुत मुसिबतिओं का सामना कि हैं, शादी के बाद उनके पति उन्हें हल जोतने को कहतें थे,पर जब वो समहू से जुड़ी तो अपने आप को अच्छा महसूस की

झारखण्ड राज्य के छात्र जिला के सिमरिया प्रखंड से सरिता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि वो समूह से जुड कर हभ उठा रहीं हैं

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड से सरस्वती देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि उनके गांव में एक समूह बैंक खुला है,जिससे उनके गांव में लोगों को बहुत लाभ मिल रहा है,वो कहतीं हैं,उनका घर बहुत जंगल में है,पहले उनको बिलकुल किसी चीज़ की जानकारी नहीं थी,अब तो छोटे -छोटे बच्चों को स्कूल भी भेज रहीं हैं। समुह से जुड़कर हस्ताक्षर करना और बैंक जाना सीख गयी,पहले तो वो बैंक भी नहीं देखीं थी, परन्तु अब वो बैंक भी जाती है,और अब हस्ताक्षर करना भी सिख गयी है।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड से शान्तु देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि वो समहू से भी जुड़ी हुई हैं,पहले वो कुछ नहीं जानती समझती थी,परन्तु अब वो महिलाओं को भी समझने का काम करती हैं।पहले तो ठेपा मरती थी,परन्तु अब वो हस्ताक्षर करना सिख गयीं हैं