झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के चतरा प्रखंड के गान्धारिया पंचायत से वार्ड पार्षद गुड्डी देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि समूह में जुड़ने के बाद आजीविका बढ़ाने का मौका मिला। समूह की बैठक में महिलाओं कि समस्याओं को रखने का मौका मिला और समस्याओं का समाधान भी हुआ। किशोरियों के साथ बैठक कार के किशोरियों को साफ़ सफाई के बारे में बताया गया उन्हें नैपकिन बांटा गया। नीलिमा की कहानी को भी सुनाया गया।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के चतरा प्रखंड के ग्राम सरैया से रेनू देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि वो पहले बीके में काम करती थीं ,अभी कलस्टर कोडिनेटर में काम कर रही हैं। महिलाओं को आगे करने के लिए महिलाओं 10 बचत कर के महिलाओं में मजबूती करने के लिए महिला समूह द्वारा महिलाओं को रोजगार करने के लिए ऋण भी दिए जा रहे हैं

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झारखण्ड राज्य के जिला पूर्वी सिंघभूम के प्रखंड पोटका के पंचायत तेतला के ग्राम किरनडीह से मालती सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी दे रहे है कि उनके गावं में एक भी महिला स्वयं सहायता समूह नहीं था। 2010 में इन्होने महिला स्वयं सहायता समूह बनाया और अभी गावं में सात महिला समूह कार्य कर रही है।महिलाओं को विश्वास दिलाने और जानकारी देने के बाद आज महिला समूह साथ में है। इस समय बहुत दिक्कत हुई और ग्राम संगठन बनने के बाद महिला समूह का साथ मिलने के बाद गावं में शराब बंदी अभियान चलाया जिससे अभी इनके ग्राम में शराब नहीं बिक्री होती है इसके लिए महिलाओ को शराब बिक्रेताओ की बहुत सी बातें झेलनी पड़ी और मारपीट भी सहना पड़ा। बाल विवाह ,डायन प्रथा बंद हो गया है लोग शिक्षा के प्रति जागरूक हुए है। और अभी कोरोना काल में लोग सुरक्षा का पालन कर रहे है।

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झारखण्ड राज्य के जिला पूर्वी सिंहभूम के प्रखंड पोटका के चापि गांव से से जसवंती सरदार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वे समुह से जुडी हुई है और समूह की बैठक करवाती है जिसमे वे उन्हें समझाती है कि अभी लॉकडाउन है कोरोना महामारी फैला हुआ है बेकार में युही बाहर ना जाये बहुत जरुरी हो तभी घर से बाहर निकले एवं मास्क लगा कर जाये

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के बिष्णुगढ प्रखंड से जुली देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि पहले उन्हें कुछ समझ नहीं था जसकी वजह से पति कही बाहर आने जाने नहीं देते थे। पर जब से महिला समूह से जुडी हुई है तब से उनमे बदलाव आया है उनकी समझा बढ़ी और अब उन्हें बाहर आने जाने में कोई रुकावट नहीं होती है। अभी तो लॉकडाउन हो गया है पति घर पर ही रहने लगे देखे की घर में कितना काम करती है। वो अब इनके कामो में मदद भी करने लगे है।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिले के सिमरिया  प्रखंड से सीमा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बता रही है कि  वे लोक  प्रेरणा केंद्र संस्था में काम करती है । जब ये संस्था में काम नहीं करती थी वे एक ग्रामीण महिला थी। घरेलु हिंसा के मामले  को अपना भाग्य समझती थी ,यहीं की पति कुछ भी करें उसे बर्दाश्त करना किसी भी   औरत का काम है। पर जब संस्था से जुड़ी तब अपने अधिकारों और हको को जान पायी और अब वे महिला हिंसा पर आवाज़ उठाती है और महिलाओं को महिला हिंसा की जानकारी दे रही है।