मेरी आवाज मेरी पहचान की माध्यम से माधोपुर गांव की रहने वाली सुधा दीदी ने बताई की अपनी बेटी को दहेज की रकम ना देकर करके उसी रकम से उन्हीं कोई जमीन खरीद के दे दे या फिर अपने पैतृक संपत्ति में उसे ही सा दे दे तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि दहेज देने पर भी हमारी बेटियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है और यदि हम संपत्ति में हिस्सा दे देते हैं या संपत्ति दे देते हैं तो उन्हें यदि किसी तरह का दिक्कत भी होता है तो वह अपने मायके में आकर करके अपना जीवन बीता सकती हैं