बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल द्वारा कहते कि बालश्रम एक ऐसा सामाजिक अभिशाप है,जो शहरों में,गांव में, एवं चारों और मकड़जाल की तरह बचपन को अपने आगोश में लिए हुए हैं। खेलने-कूदने के दिनों में कोई बच्चा श्रम करने को मजबूर हो जाए तो, इससे बड़ी विडंबना किसी भी समाज के लिए भला और क्या हो सकती है।बालश्रम से परिवारों को आए स्रोतों का केवल एक छोटा सा भाग ही प्राप्त होता है, जिसके लिए गरीब परिवार अपने बच्चों के भविष्य को गर्त में झोंक देते हैं।भारत में बालश्रम के प्रमुख कारणों में निर्धनता, अशिक्षा, बेरोजगारी, कम आय की प्राप्ति है।जहां 40% से अधिक लोग गरीबी से जूझ रहे हैं।ऐसी स्थिति में बच्चे बालश्रम करके अपना और अपने माता-पिता का पेट भरते हैं।उनकी कमाई के बिना उनके परिवार का जीवन स्तर और गिर सकता है।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा जानकारी साझा कर रहे हैं कि पृथ्वी का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है।दुनियाभर में पेयजल संकट एक गंभीर चुनौती के रूप में सामने है। पशुओं के पीने के पानी की उपलब्धता, फसलों की सिंचाई के विकल्प के रूप में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाया जा रहा है, बरसात के पानी को किसी खास माध्यम से जमा करना या इकट्ठा करना वाटर हार्वेस्टिंग कहलाता है।वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में घरों की छतों, स्थानीय संस्थाओं की छतों या फिर विशेष रूप से बनाए गए क्षेत्र से इकट्ठा किया जाता है। इसमें दो तरह के गड्ढे बनाए जाते हैं। एक जिसमें दैनिक इस्तेमाल के लिए पानी इकट्ठा किया जाता है और दूसरे का सिंचाई के काम में। दोस्तों इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा जानकारी साझा कर रहे हैं की बारिश के मौसम में कई बीमारियाँ दस्तक देती हैं।जिसे हम वायरल समझने की गलती कर बैठते हैं।हर साल बारिश आने के साथ ही बैक्टीरिया और वायरस भी बिन बुलाए मेहमान की तरह आकर मानसून का सारा मजा खराब कर देते हैं. अस्पतालों में उमड़ती भीड़ को देखें तो ऐसा लगता है कि जैसे लोगों पर पानी से होने वाली बीमारियों की बारिश हो रही है।शरीर तोड़ देने वाले दर्द और तीसरे दिन तक भी शरीर का तापमान कम न होने पर भी कई लोग इसे सामान्य वायरल बुखार समझते हैं।लेकिन, इसे वायरल बुखार समझकर शांत न हो जाएं।ये मलेरिया या डेंगू भी हो सकता है।इसके लिए एक बार ब्लड टेस्ट जरूर कराएं और अपनी मर्जी से एंटी बायोटिक्स दवाइयां न लेते रहें। दोस्तों इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा जानकारी साझा कर रहे हैं कि वृक्षारोपण पर्यावरण के लिए अच्छा है।हर कोई जानता है कि पेड़ ऑक्सीजन का स्रोत हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं जिसके बिना पृथ्वी पर जीवित प्राणियों का अस्तित्व संभव नहीं है।कार्बन डाइऑक्साइड लेने के अलावा पेड़ सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड सहित कई हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं और वातावरण से हानिकारक प्रदूषक को भी फिल्टर करते हैं जिससे हमें ताज़ा और साफ़-सुथरी हवा सांस लेने के लिए मिलती है।वाहनों और कारखानों द्वारा उत्सर्जित धुएं के कारण वायु प्रदूषण की बढ़ती मात्रा केवल तभी नियंत्रित की जा सकती है जब हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएंगे। दोस्तों इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा जानकारी साझा कर रहे हैं कि बहुत जल्द पटना मेट्रो का सफर हो सकता है शुरू।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले फेज का शिलान्यास कर सकते हैैं। मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में नगर विकास एवं शहरी मंत्रालय के स्तर पर सभी तरह के इनपुट जुटाए जा रहे हैैं। यह तय माना जा रहा कि प्रधानमंत्री द्वारा सगुना मोड़ से पटना जंक्शन होते हुए मीठापुर बस स्टैैंड तक जाने वाले पहले रूट का शिलान्यास किया जाएगा। दोस्तों इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा जानकारी साझा कर रहे हैं कि बिहार की ताजी सब्जियों का स्वाद अब खाड़ी देशों के लोग चख सकेंगे। पटना एयरपोर्ट से फल-सब्जी निर्यात का नया रास्ता खुलेगा। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क विभाग ने निर्यात शुरू करने के लिए हरी झंडी दे दी है। अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस कंपनियों ने पटना से खाड़ी देशों में निर्यात शुरू करने में रुचि दिखाते हुए अनुमति मांगी है।बिहार से अब तक नेपाल और बांग्लादेश तक ही निर्यात किया जा रहा है।पटना एयरपोर्ट कार्गो से खाड़ी देशों में फल-सब्जी निर्यात का रास्ता जल्द खुल जाएगा। दोस्तों इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा के द्वारा बता रहे हैं कि
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा के द्वारा बता रहे हैं कि भारत में दो प्रकार की बेरोजगारी है, ग्रामीण बेरोजगारी, और शहरी बेरोजगारी । बेरोजगारी के अनेक कारण हैं जनसंख्या वृद्धि, पूंजी की कमी, विकास की धीमी गति, अनुपयुक्त तकनीकों का प्रयोग, अनुपयुक्त शिक्षा प्रणाली आदिबेरोजगारी की समस्या जटिल अवश्य है किन्तु इसका हल किया जा सकता है क्योंकि कुछ समस्या ऐसी होती हैं, जो स्वयं मनुष्यों द्वारा उत्पन्न की जाती हैं। जिन्हें दूर भी मनुष्य ही कर सकता है । देश में योजनाओं को ठीक से लागू किया जाये ।तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा को शिक्षा का आधार बनाया जाए आवश्यकता है कि इस समस्या को दूर करने के लिये हम सभी सरकार का सहयोग दें ।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा के द्वारा बता रहे हैं कि बिहार के पहले डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य इसी महीने आरंभ किए जाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री इस बड़े प्रोजेक्ट का कार्यारंभ करें। बिहार में बनने वाले इस फ्लाईओवर की ख्रासियत यह है कि यह देश में सबसे लंबा होगा। देश के पहले डबल डेकर फ्लाईओवर का उद्घाटन चार वर्ष पूर्व अप्रैल 2014 में मुंबई में हुआ था। यह 1.8 किमी लंबा है जबकि छपरा में बन रहा डबलडेकर फ्लाईओर 3.2 किमी लंबा है। पुल की चौड़ाई 5.5 मीटर होगी।पटना में भी एक डबलडेकर फ्लाईओवर का प्रस्ताव है। यह कंकड़बाग पुल के ऊपर से अगमकुआं तक जाएगा।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह ने कहा है कि देश के सभी इच्छुक किसानों को सोलर पम्प सेट दिए जाएंगे। पहले चरण में साढ़े 27 लाख किसानों को सोलर पम्प सेट देने की योजना है, लेकिन केंद्र सरकार इस लक्ष्य से कहीं अधिक काम करेगी। ऊर्जा मंत्रालय की चार साल की उपलब्धियों को लेकर दिल्ली में आयोजित पत्रकार वार्ता के क्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पटना के पत्रकारों से जुड़े केंद्रीय राज्यमंत्री ने एक सवाल पर कहा कि कुसुम योजना लांच की गई है। जहां ग्रिड नहीं हैं, वहां साढ़े 17 लाख और ग्रिड वाले इलाकों में 10 लाख सोलर पम्पसेट दिए जाएंगे। किसान मिनी ग्रिड भी बना सकेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ज्योति ग्राम योजना के तहत खेती के लिए अलग फीडर बनाने की योजना पर काम चल रहा है।