बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार बिहार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि शरीर के लिए पानी बहुत जरूरी है। डॉक्टरों का कहना है भाग दौड़ भरे जीवन में नियमित स्वच्छ पानी पिया जाए। सेहत को लेकर सावधानी की बहुत जरूरत है। आपकी जरा सी लापरवाही सेहत के लिए भारी पड़ सकती है। खान -पानी को लेकर और अधिक सचेत रहना चाहिए। दूषित पानी पीना किसी खतरे को आमंत्रण देने के बराबर है। इससे कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं। कई बार तो हालत गंभीर होेने पर जान को खतरा हो जाता है। दूषित पानी में छोटे-छोटे जीवाणुओं होते हैं, जिनसे बीमारी शरीर में प्रवेश करती है। गंदा पानी पीने से बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। दूषित पानी से नहाने से ही कई बीमारियां हो जाती हैं। जैसे त्वचा रोग, खुजली, दाद आदि।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार बिहार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि भारत के लगभग हर घर में खाना बनाने के लिए दालचीनी का प्रयोग अच्छे स्वाद और सुगंध के लिए किया जाता है। दालचीनी का पौधा जितना छोटा है इसके गुण उतने ही बड़े हैं। दालचीनी की सूखी पत्तियां तथा छाल को मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसकी छाल थोड़ी मोटी, चिकनी तथा हल्के भूरे रंग की होती है। दालचीनी मोटापा कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों को भी दूर करता है। यह रक्तशोधक भी है। शहद तथा दालचीनी को मिलाकर दिल की बीमारियों, कोलेस्ट्रॉल, त्वचा रोग, सर्दी जुकाम, पेट की बीमारियों के लिए फायदेमंद है।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार बिहार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सरकार का देश के 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए प्रति परिवार स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा मुहैया कराने का लक्ष्य है।इसके लिए नेशनल हेल्थ एजेंसी ने नेशनल हेल्थ इंसोरेंस के तहत आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की वेबसाइट आैर हेल्पलाइन को लांच कर दिया है। एेसे में अपना आयुष्मान योजना के लाभार्थी है या नहीं। यह आप इस एनएचए द्वारा शुरू की वेबसाइट पर देख सकते है। साथ ही इससे संबंधित मदद के हेल्पलाइन पर भी बात कर सकते है।हेल्पलाइन नंबर है 14555 ।साथ ही अस्पतालाें में आयुष्मान मित्र से भी मदद ले सकते है।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार बिहार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि उत्तर भारत में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से राहत तो मिली है, लेकिन किसानों के लिए मुसीबत हो गई है। कटाई के लिए खड़ी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। खासकर धान, कपास, सोयाबीन व उड़द की फसल को। बारिश के कारण किसानों के चेहरे पर चिंता साफ देखी जा सकती है। इस बारिश से किसानों को 20 से 25 फीसदी नुकसान होने की आशंका है।यही मौसम अगले 2-3 दिन और रहा तो यह नुकसान का दायरा बढ़ सकता है।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार बिहार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि मुख्यमंत्री परिवहन योजना के तहत सरकार द्वारा वाहन पर अनुदान दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया के तहत दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन के विकास, वहां रहने वाले लोगों को परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने, ऐसे क्षेत्रों में रोजगार सृजन एवं इनके विकास दृष्टिगत रखते हुए सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना लागू की जा रही है। इस योजना के तहत 4 सीट से लेकर 10 सीट तक के नये सवारी वाहनों के योग्य माना जायेगा। वाहन खरीद पर 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जायेगा।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार बिहार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि अब पशुपालक अपने पशुओं के स्वास्थ्य के बारे में टॉल फ्री नंबर पर जानकारी ले सकेंगे। इसको लेकर पशुपालन विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है। जल्द ही जिला पशुपालन विभाग की ओर से पशुपालकों को सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। राज्य स्कीम अंतर्गत पशु चिकित्सा सेवाएं तथा पशु स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत पशुपालन कॉल सेंटर बनाया जा रहा है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2018-2019 में इसकी स्वीकृति प्रदान की है। पशुपालकों के लिए कॉल सेंटर का टॉल फ्री नंबर काम करेगा।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल द्वारा कहते कि भारत में एक जुलाई से मोबाइल नंबरों को लेकर बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 1 जुलाई 2018 से मोबाइल के नंबर 13 अंकों के हो जाएंगे। 1 जुलाई 2018 से नया नंबर लेने वाले ग्राहकों को 13-अंकों का मोबाइल नंबर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी है। सरकार ने इसके लिए सभी राज्यों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल द्वारा कहते कि पर्यावरण को लेकर अभी हमारे देश में पूरी तरह जागरूकता नहीं आई है। प्रदूषण जैसे अहम मुद्दे विकास के नाम पर पीछे छूट गए हैं। ऐसे में ई- कचरे (इलेक्ट्रॉनिक) के बारे में देश में बिलकुल भी जानकारी नहीं है न ही इस दिशा में कोई कदम उठते नजर आ रहे हैं।इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों से बाजार भरे पड़े हैं। तकनीक में हो रहे लगातार बदलावों के कारण उपभोक्ता भी नए-नए इलेक्ट्रॉनिकक उत्पादों से घर भर रहे हैं। ऐसे में पुराने उत्पादों को वह कबाड़ में बेच देता है और यहीं से आरंभ होती है ई-कचरे की समस्या। पर्यावरण के खतरे और गंभीर बीमारियों का स्रोत बन रहे इस कचरे का भारत प्रमुख उपभोक्ता है। मोबाइल फोन, लेपटॉप, फैक्स मशीन, फोटो कॉपियर, टेलीविजन और कबाड़ बन चुके कम्प्यूटरों के कचरे भारी तबाही के तौर पर सामने आ रहे हैं।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल द्वारा कहते कि पृथ्वी पर सुरक्षित और पीने के पानी की कमी की वजह से जल संरक्षण और जल बचाओ अभियान बहुत जरूरी हो चुका है। औद्योगिक कचरे के कारण रोज पानी के बड़े-बड़े स्त्रोत दूषित हो रहे हैं।जल संरक्षण में अधिक कार्यक्षमता लाने के लिए सभी औद्योगिक बिल्डिंगें ,अपार्टमेन्टस , स्कूल , अस्पताल आदि सबी को उचित जल प्रबंधन को बढ़ावा देना चाहिए।पानी की कमी और साधारण पानी की कमी से होने वाली समस्याओं के बारे में लोगों को जागरूक करना चाहिए।गांवों के लोगों द्वारा बरसात के पानी को इकट्ठा करना आरंभ करना चाहिए।जल के उचित रख-रखाव और बरसात के पानी को इकट्ठा करने के लिए बड़े-बड़े तालाबों को बनाना चाहिए। जल संरक्षण के लिए युवा छात्रों को अधिक जागरूक होने की जरूरत है और साथ में इस मुद्दे की समस्या और समाधान पर एकाग्र होने की जरूरत है।
बिहार राज्य के पटना जिला से अनुराग कुमार मोबाइल द्वारा कहते कि देश तरक्की की राह पर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन जिस गति से तरक्की हो रही है,उसी गति से हमारे देश में पर्यावरण की समस्या भी बढ़ रही है।जमीन, जंगल और पानी कम हो रहे हैं।ऐसी स्थिति में हमें वर्तमान सरकार भी पर्यावरण के मुद्दे पर गंभीर दिख रही है।इस कारण प्रत्येक वर्ष हमें केंद्रीय बजट में पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी प्रयासों की झलक दिखाई पड़ती रहती हैपेड़ों की कटाई से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए अक्सर शहर के बाहरी क्षेत्रों में पौधरोपण किया जाता है।लेकिन इससे शहर के अंदर का वातावरण बेअसर रहता है।इसलिए शहरी क्षेत्र के अंदर जहां कहीं संभव हो पौध रोपण किया जाना चाहिए।