जमुई जिले भर में आज बुधवार को रामनवमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया विस्तार पूर्व खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें

जिले के बाजारों में रामनवमी धूमधाम से मनाई जाएगी। बाजार को पटाकों से सजाया जाता है, लेकिन दर्शकों को बताया गया कि हिंदी कैलेंडर के अनुसार, राम नवमी चैत्र के महीने में शुक्ल पक्ष की नवमी पर मनाई जाती है। इसी तरह इस दिन रामनवमी धूमधाम से मनाई जाएगी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

जमुई जिले भर में आज मंगलवार को दुर्गा मंदिरों में महाष्टमी की पूजा धूमधाम से की गई विस्तार पूर्वक खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें

जमुई जिले भर के चैती दुर्गा मंदिरों में आज अष्टमी के दिन मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालुओं के भी उमड़ गई विस्तार पूर्वक खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें

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जमुई जिले भर में लोक आस्था और सू्र्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन आज रविवार को पहला अर्घ्य दिया गया. शाम के समय डूबते भगवान सूरज को जिले के सभी नदियों तालाबों आदि के किनारे जल चढ़ाया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

आज नवरात्रि का छठा दिन है, बताते हैं कि नवरात्रि साल में दो बार आती है। नवरात्रि है जिसमें बहुत अधिक विशेष पूजा होती है, लेकिन दो नवरात्रि हैं जो शारदेय और चैत हैं, दोनों में बहुत अधिक पूजा होती है। नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार में लोक आस्था के चार दिवसीय त्योहार चैती छठ के दूसरे दिन खरना करने की परंपरा है।आज शाम पवित्रता के साथ भगवान भास्कर की पूजा की जाएगी। भगवान भास्कर को गुड़ मिश्रित खीर और घी की रोटी चढ़ाई जाएगी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

नवरात्रि के पांचवें दिन माँ की पूजा विधि विधान के साथ संपन्न हुई। मान्यता है देवी के नौ रूपों की पूजा से भक्तों की मनोकामनायें जरूर पूरी होती हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

चार दिनों तक चलने वाले सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ शुक्रवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। पहले दिन छठ व्रत करने वाले महिला पुरुषों ने अंत:करण की शुद्घि के लिए नदियों, तालाबों और विभिन्न जलाशयों में स्नान करने के बाद अरवा चावल, चने की दाल और लौकी, कद्दू की सब्जी प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।