Transcript Unavailable.
बिहार राज्य से श्रोता मोबिल्व वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, लॉक डाउन होने के वजह से इनको बहुत परेशानी हो गई है। ये रोज कमाने और रोज कहने वाले लोग है
पटना(महताब आलम)- कोरोना के लक्षणों पर नजर रखने के लिए दूसरे राज्य से आ रहे लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों के चयनित स्थलों पर 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जा रहा है. इन 14 दिनों में किसी भी व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें बेहतर उपचार हेतु जिला के नामांकित अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है. क्वारंटाइन सेंटर में लोगों की हो रही है नियमित जांच: - क्वारंटाइन सेंटर में रुके लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है और उनकी नियमित जांच की जा रही है. इसी क्रम में जिला के बिक्रम प्रखंड स्थित अख्तियारपुर पंचायत के मध्य विद्यालय स्थित क्वारंटाइन सेंटर में 6 लोगों की जांच की गयी. इस पूरी प्रक्रिया में केयर इंडिया की टीम प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य टीम को अपना सहयोग प्रदान कर रही है. अख्तियारपुर स्थित सेंटर में अभी 6 लोग मौजूद हैं और सभी की पूरी जांच की गई है। लक्षण दिखने पर किया जायेगा रेफर:- प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शशि शेखर ने बताया रुके लोगों की नियमित जांच एवं सभी जरुरी टेस्ट किये जा रहे है और उन्हें निगरानी में रखा जा रहा है. उनके रहने एवं भोजन की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गयी है. इस सेंटर पर 12 लोगों के रुकने की व्यवस्था है और अभी यहाँ 6 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है . सभी 6 लोग 1 अप्रैल से यहाँ हैं और अभी इनमे संक्रमण के किसी भी लक्षण की पुष्टि नहीं हुई है. किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण अगर नजर आते हैं तो उस परिस्थिति में व्यक्ति को पटना बेहतर उपचार के लिए रेफर किया जायेगा. सेंटर पर रखा जा रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान:- केयर के प्रखंड प्रबंधक चन्दन कुमार ने बताया सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. सभी लोगों के बिस्तर के बीच में कम से कम 1 मीटर की दूरी रखी गयी है. यह भी ध्यान रखा जा रहा है की सेंटर में रहने वाले लोग एक साथ न बैठें और दूरी बनाकर ही आपस में बातचीत करें. इनकी साफ़ सफाई पर भी नजर रखी जा रही है और दिनभर में 4 से 5 बार हाथों की सफाई करवाई जा रही है. सेंटर को समय समय पर पूरी तरह से स्वच्छ किया जा रहा है और संक्रमण का खतरा कम से कम हो इसकी हर संभव कोशिश की जा रही है.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
- झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण के नामांकन पत्रों की आज जांच की जाएगी। - पूर्वोत्तर क्षेत्रों, पर्वतीय राज्यों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर केन्द्रित क्षेत्रीय सम्पर्क योजना- उड़ान का चौथा चरण शुरू। - उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में रक्षा उद्योग लगाने के लिए सब्सिडी और स्टैम्प शुल्क में छूट की घोषणा की। - भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने मोबाइल नंबर पोर्टबिलिटी नियमों में बदलाव करते हुए पूरी प्रक्रिया को तेज और सरल बनाया। - नेपाल में दक्षिण एशियाई खेलों में भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने मॉलदीव को 5-0 से हराया।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान का शुभारंभ किया। कहा - पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। - अमरीकी उद्योग जगत और सिंगापुर बैंक ने बजट को समावेशी और विदेशी निवेश के लिए आकर्षक बताया। - भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में राज्य सभा की दोनों सीटें जीतीं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पार्टी नेता जुगल किशोर ठाकोर चुनाव जीते। - अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने 2015 के परमाणु समझौते से ईरान के मुकरने के बाद अगले सप्ताह आपात बैठक बुलाई है। - आईसीसी विश्व कप क्रिकेट में, न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में पहुंचा। बेहतर रन रेट के कारण पाकिस्तान को बाहर किया।
सवजनापुर के राजन कुमार मोबाइल वाणी के मध्यमम से बोल रहे है कि सुखते हुए मूंग की फसल को देखकर किसान परेशानी झेलरहे है। जलस्तर बहुत नीचे चले जाने के कारण बहुत गहरे तक की गयी बोरिंग से भी पानी बहार नहीं आ प् रही है जिससे किसानो को मुंग की खेती करने में कठिनायों कासामना करना पड़ रहा है। यदि यह समस्या का समाधान नहीं हुआ तो गरीब किसानो का जीवन बहुत ही दयनीय हो जाएगी क्यूंकि उन गरीब किसानो का जीवन पूरी तरह से अपनी खेती की पर ही टिका होता है
बिहार के दीपक कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बता रहे है कि दो चरणों में कुल 892 पदों पर की जानी है नियुक्ति मेडिकल कालेजो में डाक्टरों की कमी पूरा करने हेतु बड़ा कदम पटना/ 18 मई : राज्य के मेडिकल कॉलेजों में बेहतर शिक्षण व्यवस्था बहाल करने की दिशा में राज्य सरकार ने नए एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए सूचना जारी की है. राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में संविदा के आधार पर दो चरणों में कुल 892 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाएगी. जिसमें पहले चरण में कुल 369 पदों पर नियुक्ति हुई है एवं शेष बचे 523 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति दूसरे चरण में की जाएगी. कुल नियुक्ति के पहले चरण में राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में कुल 369 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति शुक्रवार को सम्पन्न हुई है. पटना एवं नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 51 पदों पर ,दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 48 पदों पर, श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरपुर में 58 पदों पर , जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 43 पदों पर ,अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया 60 पदों पर ,वर्दमान इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज. पावापुरी में 17 पदों पर, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में 11 पदों पर, जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मधेपुरा में 30 पदों पर पहले चरण में नियुक्ति हुई है. प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार ने बताया कि राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में पहले चरण के अंतर्गत 369 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति से गुणवत्तापूर्ण शिक्षण व्यवस्था बहाल करने में मदद मिलेगी. साथ ही इससे मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रदान की जा रही चिकित्सकीय सेवा में भी वांछित सुधार संभव होगा. उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में कुल 892 पदों के सापेक्ष बचे हुए 523 पदों पर नियुक्ति शीघ्र ही की जाएगी. जबकि कई विषयों में नहीं मिल रहे डॉक्टर रिक्त पदों में कई पद ऐसे विषय के लिए हैं जिसमें नियुक्ति हेतु उम्मीदवारों ने आवेदन बहुत ही कम दिया है. सूबे के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में रेडियोलोजी विषय के एसिस्टेंट प्रोफेसर के पद रिक्त हैं और उनके लिए आवेदन माँगा गया था लेकिन नहीं मिले उम्मीदवार. सिर्फ जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मधेपुरा को रेडियोलोजी का एक एसिस्टेंट प्रोफेसर मिला है. यही हाल कमोबेश मनोरोग, एफएमटी इत्यादि विषयों का भी है.
रतनपुर पंचायत के रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बोल रहे है कि जल संग्रह क्र के ही पेय जल संकट को दूर किया जा सकता है। गर्मी दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है और जलस्तर भी नीचे जा रहा है जिसके कारण पेयजल एवं सिचाय प्रभावित हो रहा है बिहार के सत्रह जिले का जलस्तर बीस से पच्चीस फीट नीचे जा चुका है और बिहार के 70 जिले जल संकट से जूझ रहा है। सरकार ने इस जल सकट से निजात पाने के लिए 2019 -20 में तीन सौ बीस करोड़ खर्च कर प्रधान मंत्री कृषि सिचाय योजना बून्द के नाम सेराज्य के जमुई , भंका , मुंगेर , लकिशराय , त्रिपुरा ,नवादा , नालंदा , पटना ,गया , अरवल , जहानाबाद , औरंगाबाद कैमूर, अदि जिले में योजना लागु क्र चालयी जाएगी। बिहार में जहा पर कृषक वर्ष जल पर आश्रित है वहां जल क्षाजन क्र कृषि भूभाग का जल संरक्षण करेगी।जल स्तर को ऊँचा करने के लिए सरकार ३२.52 करोड़ रुपया खर्च करेगी। जल संकट को दूर करने की एक अहम् तरीका बताते हुए बोला जा रहा है की लोगो को जागरूक करना की कम जल में कौन सी फसल उगाई जाये और पेयजल किस तरह सेकम खर्च क्र अपनी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।
