गिद्धौर प्रखंड से सुधांशु ,मोबाइल वाणी के माध्यम से एक कविता सुना रहे है

मेरा नाम समकारी हंबर मेरे वापस से बोले जाने मैं , राखी पड़ का दाई कहानी भूल बतादी , वह एक परी बन जाएगी , वह सभी को पूरा करेगी , वह सभी को खुशी देगी और वह एक राजा की रानी बन जाएगी ।

मेरा नाम सत कुमार है , क्या आप मुझे एक कविता सुना सकते हैं ? देखो , चारों ओर बादल हैं , फसलों में कितना शोर आया है ।

मेरा नाम सलिल कुमार है । मैं कविता सुनाऊंगा । जमुनडे को काली काली लटका है डाली डाली तो लॉक में जाओ दाल का खूब बनाओ गिर पड़े , तब तक हम खाएँगे ।

मेरा नाम आदित्य कुमार है , मेरे गाँव का नाम बंजलिया है , मैं एक कविता पढ़ने जा रहा हूँ ।

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गिद्धौर प्रखंड स्थित जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में गुणवत्ता शिक्षा संचालक को लेकर प्रशिक्षुओ के द्वारा बाल पेंटिंग शिक्षा, देशभक्ति, बाल श्रम तथा योग आदि को लेकर नवनियुक्त शिक्षकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस मौके पर प्रशिक्षण प्रभारी नावेद खान, सचिन कुमार, राजेश कुमार, रविंद्र कुमार, भारतीय रश्मि आदि व्याख्याता के कुशल निर्देशन में शिक्षक शिक्षिकाओं ने बाल पेंटिंग में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रशिक्षण में राहुल, शिवम, एकता, विनीता, आनंद गौरव, गणेश, तनुजा, सुनीता, मिथिलेश परवीन, निरंजन, संजीव कुमार शशि शेखर आदि को नवनियुक्त को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मौके पर प्रभारी ने कहा कि राज्य की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य सरकार ने शिक्षक छात्र अनुपात का पालन करने के लिए बिहार लोक सेवा आयोग से चयन कर शिक्षकों की नियुक्ति की है। उन्हें आरंभिक प्रशिक्षण देकर एक दक्ष और कुशल अध्यापक रूप के रूप में विद्यालयों में पदस्थापित करना है इसी उद्देश्य इस ट्रेनिंग के मॉडल का डिजाइन किया गया इसके अंतर्गत प्रशिक्षण की महत्ता, इसकी उपयोगिता, बाल पेंटिंग शिक्षा, देशभक्ति, बाल श्रम आदि आदि पर प्रकाश डाला गया। मौके पर कई नवनियुक्त शिक्षक मौजूद रहे। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।