उदीयमान सूर्य (उगते सूरज) को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया। जमुई जिला समेत पूरे इलाके में लोक आस्था का महापर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। मंगलवार को तड़के चार बजे से ही जगह-जगह बनाए गए घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगे। छठ घाटों पर व्रतियों ने श्रद्धा और आस्था के साथ भगवान भास्कर की उपासना की जमुई शहर से सटे बहने वाली किऊल नदी के तट पर स्थित खैरमा घाट, सतगामा, बिहारी, कल्याणपुर, त्रिपुरारी घाट, गिद्धौर रतनपुर सहित अन्य छठ घाटों पर , उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भारी संख्या में व्रती और श्रद्धालु नजर आए। वहीं विभिन्न तालाबों और जिला के अलग-अलग इलाकों में बनाए गए छठ घाटों पर भी व्रतियों की बड़ी तादाद नजर आई। कई छठ व्रतियों ने अपने घर के छत पर ही अर्घ्य दिया। लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सम्पूर्ण जिला में खासा उत्साह देखने को मिला। छठ व्रतियों ने पवित्र नदी, तालाब, पोखर आदि जल श्रोतों में डुबकी लगाकर बड़े ही आस्था और विश्वास के साथ सूर्यदेव को नमन किया और उन्हें अर्घ्य अर्पित कर मनोकामना पूरा करने का वर मांगा।