बरसों से बंद पड़े चापाकल को मोबाइल वाणी पर खबर को लगा कर पदाधिकारी से बात की गई तो चापाकल बनकर तैयार हो गया मोबाइल वाणी पर लगाए गए खबर का असर तत्काल देखा गया