बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन कुमार जानकारी दे रहे हैं की सरकार जलवायु परिवर्तन को लेकर काफी गंभीर है और इसके लिए मनरेगा के अंतर्गत बंजर भूमि में पेड़ लगाने के लिए शिशु पौधे लगाने और सिंचाई के लिए चापाकल की व्यवस्था साथ ही पौधों को सुरक्षित रखने के लिए आने वाले खर्च को वहन करने के लिए तैयार है।ताकि किसान अपने भूमि में पेड़ पौधे लगा सके और जलती धरती को शीतलता प्रदान कर सके।जिससे जलवायु परिवर्तन में भी कमी आ सके।किसानों के पास भुमि तो है लेकिन उनके पास पूँजी नहीं है। इस कारण वो ना फलदार पौधें लगा पा रहे हैं और ना ही सिंचाई के लिए बोरिंग करवा पाते हैं।इसके अलावा पेड़ लगाने से ज्यादा पेड़ काटे जा रहे हैं। जिसका प्रभाव भी खेती पर पड़ रहा है