श्रमिक वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता बता रहे हैं कि कुछ दिनों पहले उनका किडनी में पथरी का ऑपरेशन हुआ था। दवा खाने जाती थी उस समय दो महीने काम छोड़ दी थी, उसका पैसा काट लिया गया। उसके बाद बुखार हो गया और पैर में भी दर्द हो गया है साथ ही पैसे भी काटे जा रहे हैं।
सुनीता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके पिताजी का इलाज ईएसआईसी में हुआ था। उन्होंने फॉर्म नहीं भरा था, जिसके कारण उन्हें पैसा नहीं मिला। दवाई लेने के काफी परेशानी होती है, लंबी लाइन लगने के बावजूद भी कभी कभी दवाई नहीं मिलती
सेक्टर 5 से नेहा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके पति का ईएसआईसी से इलाज़ चल रहा है। उनके दवाई और टेस्ट में बहुत समस्या आ रही है , क्योकि एक एक महीने तक अस्पताल में दवाई उपलब्ध नहीं होती है और बाहर से लेने के लिए बोला जाता है। जरुरत के समय टेस्ट भी बाहर से करने के लिए बोला जा रहा है
उत्तर प्रदेश राज्य के उन्नाव जिला से राम करण ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मुम्बई के एक श्रमिक आकाश जिन्हे हाथ में चोट लग गयी थी। जिसके वजह से वे काम नहीं कर पा रहे थे। उन्हें कम्पनी से हटा भी दिया। लेकिन अभी तक उन्होंने अपनी समस्या रिकॉर्ड नहीं करवाई। श्रमिक वाणी के संवाददाता लगातार उनके सम्पर्क में हैं। उन्हें रिकॉर्ड करने को कह रहे हैं क्योंकि जब तक बोलेंगे नहीं तब तक बदलेगा नहीं इसलिए उन्हें आवाज उठाना चाहिए । वे अभी भी अपनी समस्या रिकॉर्ड करवाने के लिए राजी नहीं हैं लेकिन उन्हें पैसों की बहुत कमी है। श्रमिक मजदुर डरते हैं लेकिन हमारे बीच बहुत सारे ऐसे संगठन है ,जो श्रमिकों की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं। जैसे श्रमिक वाणी और सेफ इन इण्डिया जमीनी स्तर से मजदूरों के लिए काम करती हैं इसलिए मजदूरों को अपनी समस्या रिकॉर्ड करवानी चाहिए।
हमारे श्रोता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि सेफ इन इण्डिया बहुत बड़ा संगठन है ,जो कि लोगों की हर तरह से मदद करता है। चाहे इएसआइ के माध्यम से हो या अन्य किसी माध्यम से। मजदूरों को किसी भी तरह से परेशान किया जाता हो ,राय कानून बताते हैं और वर्करों से मिलते भी हैं।सेफ इन इण्डिया जमीनी स्तर से काम करता है। इसलिए सेफ इन इण्डिया जैसे संगठनों से जरूर जुड़े। जो भी वर्कर हैं उन्हें आप संगठन बनाना होगा और अपना आवाज उठाना होगा। वर्कर सोचते हैं कि जब उन्हें जरूरत होगी तो वे कहीं जायेंगे और आवाज उठायेंगे लेकिन वे कुछ नहीं कर पाते हैं। लेकिन उन्हें अन्य संगठनों और प्रभावशाली लोगों से मिलना चाहिए।
श्रमिक वाणी के माध्यम से रामकरण ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनके साथ में एक श्रमिक काम कर रहे थे जिनका कांच की कंपनी में काम करते समय हाथ फट गया था। कंम्पनी द्वारा कुछ इलाज करवाया उसके बाद उन्हें कम्पनी द्वारा कोई पैसा भी नहीं दिया गया है और उनके कपड़े भी रख लिए गए हैं।
हरियाणा राज्य के गुड़गांव से राम करण का कहना है इएसआई कटता है लेकिन इएसआई में कुछ प्रावधान आते हैं जिससे श्रमिकों को परेशानी होती है। जैसे इएसआई में सारी दवाईयाँ नहीं मिल पाती हैं। सभी वर्करों का इएसआई कटता है लेकिन कुछ लोग इसका लाभ नहीं ले पाते हैं। इसलिए वर्करों को इएसआई का लाभ लेना चाहिए
भारती श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्होंने अभी तक ईएसआईसी नहीं चालू करवाया है, क्योकि बड़ी ईएसआईसी में दवाई नहीं मिलती है
फरीदाबाद के ऐ सी नगर से निकिता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि, ईएसआईसी के अस्पताल में कुछ महंगी दवाइयाँ बाहर से लेनी पड़ती है
श्रमिक वाणी के माध्यम से धरमपाल बता रहे हैं उनकी पत्नी का इलाज चल रहा है उन्हें सारी दवाइयां नहीं मिलती कुछ दवाइयाँ इएसआई के बाहर से लेनी पड़ती हैं।