उत्तरप्रदेश राज्य के अरुण मीना ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से पैन कार्ड से जुड़ी जानकारी बता रहे है। सुनने के लिए क्लिक करें ऑडियो पर..

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ से अरुण मीना,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम कहते है कि रफ़ी की डायरी काफ़ी बातें सच कहती है और लोगों को जागरूक करती है। जब तक बेरोज़गारी का संक्रमण दूर नहीं होगा तब तक सुखी विश्व का सपना देखा नहीं जा सकता है

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ ज़िला से अरुण मीना ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से 'मेरा मुखिया कैसा हो 'कार्यक्रम के तहत कहते है कि ऐसे मुखिया का चुनाव करना चाहिए जो सामान्य लोगों की तरह हो ,क्योंकि एक गरीब व्यक्ति ही ग़रीबों की पीड़ा को समझ सकता है। अगर बड़े व्यक्तियों को मुखिया के पद पर रखेंगे तो वो केवल धन इकठ्ठा करने पर ही ध्यान देंगे ऐसे में विकास संभव नहीं है

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ ज़िला से अरुण , साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बच्चो को सँभालने के लिए दूसरे लोगों पर भरोसा करने से अच्छा अपनों पर ही करे। और जो पैसे दूसरे को देंगे उसे अपने ही महिलाओं को दें

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ ज़िला से अरुण ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो कैसे आधार कार्ड बनवा सकते है। सुनने के लिए क्लिक करें ऑडियो पर...

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ से अरुण ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड में देश को शर्मसार करने वाली घटना घटी जो बहुत ही गलत है। आंदोलन करने का अधिकार सब को है परन्तु आंदोलन के आड़ में देश को झुकाना नहीं चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ से अरुण ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कंपनी प्रबंधक किसी के मज़बूरी को नहीं समझते

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायूँ ज़िला से अरुण ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि साझा मंच एक ऐसा मंच है जहाँ मनोरंजन के साथ कई जरूरी जानकारियाँ भी मिलती है। कई लोग जो एंड्राइड इस्तेमाल नहीं करते ,उनके लिए मोबाइल वाणी एक अच्छा साधन है जहाँ पर वो जानकारी प्राप्त कर सकते है ,खुद की बात साझा कर सकते है और दूसरों की राय सुन सकते है

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ ज़िला से अरुण,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि साझा मंच में सारे कार्यक्रम बहुत अच्छे आ रहे है। पूछो और जानो कार्यक्रम भी बहुत अच्छा है। इसी तरह से आगे भी योजनाओं के बारे में जानकारी मिलती रहे

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायूं ज़िला से अरुण,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि एक तरफ किसानों को अन्नदाता कहा जाता है वही दूसरी ओर किसान आंदोलन कर रहे है। अगर किसानों का क़ानून किसानों के अनुसार सही नहीं है ,तो सरकार को इस पर विचार करना चाहिए