श्रमिक वाणी के माध्यम से प्रीति बता रही हैं इएसआई में पूरी दवाएं नहीं मिलती उन्हें बाहर से लेनी पड़ती हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के फरीदाबाद जिला के एसी नगर से श्रमिक वाणी के माध्यम से मानवती बता रही हैं उनके बच्चेदानी में परेशानी है लेकिन इएसआई वाले गौर नहीं करते बिलकुल भी साल डेढ़ साल से परेशान है वहां कोई दवा नहीं दिया जाता है

श्रमिक वाणी के माध्यम से कल्पना बता रही हैं उन्हें सारी दवाइयां नहीं मिलती कुछ दवाइयाँ इएसआई के बाहर से लेनी पड़ती हैं

श्रमिक वाणी के माध्यम से सपना ने बताया कि उन्हें इ एस आई में इलाज करवाने जाते हैं वहां उनकी दो तीन दिन की छुट्टी रहती है जिसका पैसा उन्हें कम्पनी द्वारा नहीं मिलता है

श्रमिक वाणी के माध्यम से रोशनी बता रहे हैं उन्होंने इएसआई में अपने भाई का इलाज करवाया था। वहां वे लापरवाही करते हैं इलाज में टाइम टू टाइम इलाज करने मे सहायता करें।

मीलाड कॉलोनी से रवि बता रहे हैं कि वे एक नंबर इएसआई में गए थे। वहां पर उन्हें कुछ दवाईयाँ मिली थी, साथ ही चेकउप करने के लिए कहा गया था। वहां पर भीड़ बहुत ज्यादा होने के कारण उन्हें डेट आगे बढ़ा कर दिया गया था। अब उन्हें दिक्कत हो रही है। पेट ,गुर्दे और यकृत में सूजन हो रही है साथ ही कई सारी शारीरिक समस्याएं भी आ रही हैं।

एपी नगरसे रितेश में मोबाइल बवानी के माध्यम से बतया कि दवाई लेने जाते हैं तो आधी दवाएं मिलती है।

ऐसी नगर से तानिया ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ये ईलाज के लिए ईएसआई में जाती हैं तो दवाईयां नही मिलती है। बाहर से लेने के लिए दवाइयां लिख दी जाती है और लम्बी - लम्बी डेट दी जाती है । जिससे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

हमारी श्रोता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके पति का सर में दर्द रहता है और उन्हें काम से छुट्टी लेकर ईएसआईसी के अस्पताल दवाई लेने जाना पड़ता है। छुट्टी करने की वजह से उनके पति की सैलरी भी कटती है और दवाइयाँ भी नहीं मिलती।

फरीदाबाद से आरती श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही है कि वो गर्भवती है और ईएसआईसी अस्पताल में उन्हें 15 दिनों की लंबी तरीक दी है। जबकि उन्हें अर्जेंट में इलाज करवाना था। उन्हें पति का ईएसआईसी भी कटता है, फिर भी उन्हें अपने पत्नी का अल्ट्रासाउंड निजी अस्पताल से करवाना पड़ा