-काल बनता बढ़ता तापमान, काम के दौरान 240 करोड़ श्रमिकों को करना होगा सामना -दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था वाला देश श्रमिकों को मिनिमम वेजेस देने में 127 देशों से पीछे