बिहार राज्य के मुंगेर जिला से विक्रम कुमार जी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि वें और उनके आठ साथी दिल्ली काम करने गए थे।जहाँ पर उन्होंर उन्होंने एक बिल्डर के साथ 4 महीना काम किया।4 महीने का उन्हें अपना जीवन यापन करने के लिए पैसा दिया गया। परन्तु उनका मेहनताने का जो और पैसा बनता था। वो बिल्डर ने उन्हें और उनके साथियों को नहीं दिया। पैसे नहीं देने पर उन्होंने लेबर कोर्ट में बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज करवा दियें। वहाँ से वे केस जीत गए परन्तु उन्हें डिस्ट्रिक्ट कोर्ट भेजा गया लेकिन 4 महीने से उनका और उनके साथियों का केस की सुनवाई नहीं हुई। उन्हें केवल कोर्ट के द्वारा तारिक ही दिया जा रहा है।उनका केस 2012 का है परन्तु अभी तक उन्हें और उनके साथियों को इंसाफ नहीं मिल पाया है।