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गिरिडीह बिरनी से बिरेन्द्र प्रसाद वर्मा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की उनके क्षेत्र बिरनी में प्रखंड मुख्यालय के पास एक नाला है जो की खुले होने के कारन आये दिन उसमे लोगो के साथ दुर्घटना होती रहती हैं.उन्होंने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से इस नाली की मरम्मती की मांग की हैं.
परमेश्वर कुमार वर्मा गिरिडीह बिरनी से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक कविता प्रस्तुत किया जिसका शीर्षक हैं माँ या सास.
गिरिडीह बिरनी से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की ग्राम नवादा में मनरेगा के अंतर्गत संचालित कार्य अधूरे पड़े हैं जिस कारन ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं उनके सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई हैं.झारखण्ड मोबाइल वानी के माध्यम से मनरेगा अधिकारीयों से आग्रह किया हैं की अधूरे कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करे.
गिरिडीह बिरनी से पिंकू कुमार जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की पंचायत बरमसिया ग्राम खरटी के पश्चिम तरफ ११००० वोल्ट का तार गिरा हुआ है जो कई तरह की घटनाओं को निमंत्रण दे रहा हैं.झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बिजली विभाग के अधिकारिओं से अपील किया हैं की इस बिजली के तार की जल्द से जल्द मरम्मत की जाये.
गिरिडीह बिरनी से राम प्रसाद वर्मा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की उनके ग्राम खरती में एक नदी हैं जिस पर पुल बनाने का निर्णय झारखण्ड सरकार ने लिया हैं एवं जिसकी लागत लगभग ४ करोड़ रुपेए हैं.झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रसाशनिक अधिकारिओं से यह जानना चाहा हैं की इस कार्य में इतनी देरी क्यों हो रही हैं.साथं ही उन्होंने बताया की ग्रामीणों को प्रखंड मुख्यालय तक बरसात के दिनों में जाने पर मुसीबतों का सामना करना पड़ता हैं.उन्होंने झारखण्ड सरकार से यह अनुरोध किया हैं की जल्द से जल्द इस नदी पर पुल निर्माण का कार्य किया जाये.
गिरिडीह: बिरनी गिरिडीह से परमेश्वर कुमार वर्मा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर पलायित मजदूरों के अन्य राज्यों में स्थिति पर कविता प्रस्तुत किया है.
गिरिडीह: बिरनी गिरिडीह से परमेश्वर कुमार वर्मा से झारखण्ड मोबाइल वाणी एक कविता प्रस्तुत किया है.
गिरिडीह: परमेश्वर वर्मा जो बिरनी प्रखंड केसों डीह के निवासी हैं लेकिन वर्तमान में सूरत(गुजरात) में रहते हैं .वे झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है कि अभिभावक अपने नाबालिक बच्चों का बाल विवाह कर देते हैं और ऐसा कर बच्चो के पैरो में बेड़ियाँ लगा देते हैं,उनकी आजादी छीन लेते हैं. वे कहते हैं की आज समाज में दहेज़ प्रथा विकराल रूप धारण कर लिया है इसी के परिणाम ही है कि आज बाल विवाह की समस्या भी बढ़ रही है.उनका कहना है कि बच्चों को बचाना है और अगर झारखण्ड को एक सुनहरे राज्य बनाना है तो फिर लोगो को , सरकार को कोशिश करनी होगी शिक्षा, रोजगार के साथ-साथ दहेज़ प्रथा की समस्या को भी ख़त्म करने की.
गिरिडीह: परमेश्वर कुमार वर्मा ने केसोडीह, बिरनी, गिरिडीह के रहने वाले हैं लेकिन वे वर्तमान में सूरत में रहते हैं और वहा से उन्होंने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर कॉल किया और कहते हैं कि गणेश महतो जो सरिया गिरिडीह के निवासी थे और दिल्ली में रहकर काम करते थे उन्हें वहां पर २५०० रुपये वेतन मिलता था और पिछले ६ साल से काम कर रहे थे. गौर करने वाली बात है कि उनका वेतन कितना कम है. इस तरह से यह पाता चलता है कि आज किस तरह से पलायित मजदूरों का शोसन किया जाता है.