गिरिडीह बेंगाबाद से संगीता कुमारी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक गीत प्रस्तुत किया।

गिरिडीह बिरनी से हिमांशु कुमार जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर कविता प्रस्तुत किया।

गिरिडीह बेंगाबाद से श्वेत कुमारी जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक गीत प्रस्तुत किया।

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गिरिडीह बेंगाबाद से भारत कुमार ने एक कविता झारखण्ड मोबाइल वाणी पर प्रस्तुत किया।

गिरिडीह: लक्ष्मन राम बेंगाबाद गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि राज्य में पंचायत चुनाव हुए 2 साल से अधिक हो गया। इसके तहत पंचायतों में जल सहिया का चयन भी किया गया लेकिन यह पता नही चल पाया की आखिर उनका चयन किस लिए किया गया है चूँकि चापाकल से गन्दा पानी निकलता है लेकिन इस पर न तो पीएचडी विभाग का ध्यान है और न ही चयनित जल सहियाओ का। इस इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।

जिला गिरिडीह के बेंगाबाद प्रखंड से स्वीटी कुमारी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक गीत प्रस्तुत किया।

गिरिडीह: लक्ष्मन राम बेंगाबाद गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से झारखण्ड में डोमिसाईल के मुद्दे पर कहते हैं कि स्थानीयता को परिभाषित की जाए और १९३२ की खतियान में रशीद नही दी जाती है और मुद्रामोचन किया जाता है इस पर प्रशासन को ध्यान की जरुरत है.

रंजन वर्मा गिरिडीह बेंगाबाद से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कृषि चर्चा के अंतर्गत यह जानना चाहते हैं की झारखण्ड में बारिश की स्थिति अच्छी नहीं हैं परन्तु लोग पम्प से पानी देकर फसल की रोपाई कर रहे हैं तो क्या अच्छी फसल की उम्मीद कर सकते हैं? इस प्रश्न के जवाब में श्री बापी गोराई जी का कहना हैं की अभी मौसम की स्थिति अच्छी नहीं हैं तो हम निच्चे वाली जमीं में १२० दिन का पौधा लगा सकते हैं और पौधे की दुरी थोड़ी नजदीक कर देंगे और बीज से बीज और लाइन से लाइन की दुरी ८ इंच की होगी और उन्नत विधि में ८*६ इंच की होगी और खाद की सही मात्रा देनी होगी। खाद के लिए एक एकड़ जमीं में २०९ किलो यूरिया, १३० किलो डीईपी और १०० किलो एन्योपि का जरुरत पड़ता हैं. यूरिया खाद पहले पूरा देदे फिर ६० से ७० प्रतिशत बाकि खाद का दे और पौधा रोप्पने के ५० दिन बाद बाकी खाद को दे।

लक्ष्मणराम गिरिडीह,बेंगाबाद से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे से आग्रह करते है की भारत सरकार का जो कर्म है जो लुट-खसोट का बनता जा रहा है ,जो भी योजनाये आम ग्रामीणो के लिए बनती है वो सही ढंग से क्रियान्वित होती है,नहीं बीपीएल से धनि लोग लाभान्वित हो रहे अत: इस गड़बड़ी को सुधारे।

लक्ष्मणराम गिरिडीह,बेंगाबाद से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर जानकारी दे रहे है की बीपीएल की बीस वर्ष पुरानी सूचि सभी प्रखंडो में लागु कर दिया गया ,यह अन्गरेजी में सूचि है अत:हेमंत सरकार से अनुरोध करते है की ये सूचि क्यो बदली गयी है इससे आम ग्रामीणो को परेशानी हो रही है.