पलामू: राजमणि यादव ने झारखण्ड मोबाइल को बताते हैं कि आज सरकारी स्कूलों में तो अच्छे-अच्छे पदाधिकारी पदस्थापित है लेकिन वे अपनी मानवता को ही भूल जाते हैं.गरीब मरीजों को सरकारी अस्पतालों में ठीक से इलाज नही किया जाता है.उन्हें नाम मात्र का दवा लेकर ही घर जाना पड़ता है. और यदि सही से इलाज किया जाता है तो बदले में उनसे पैसे भी लिया जाता है.वे कहते हैं कि ऐसा तो नही है कि सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों को वेतन नही मिलता है,इसके बावजूद भी वे पैसे लेते हैं.अत: प्रशासन को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है.