झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड निवासी जे.एम रंगीला और इनके साथ साहिबगंज जिला बीड़ी श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल हैं वे झारखंड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बीड़ी श्रमिकों कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उसे सही ढंग से रोजगार और मजदूरी नहीं मिलता है। साथ ही बीड़ी श्रमिकों को श्रमिक कार्ड बनवाने में भी दिक्कत होती है। जबकि पाकुड़ एवं साहेबगंज जिले में चार लाख बीड़ी श्रमिक है वे कई इलाके में कार्य करते हैं। एक बीड़ी मोबाइल सेंटर है जो कई -कई दिनों तक बंद रहता है वहां डॉक्टर भी नहीं आते हैं। जिस कारण मजदूरों का कार्ड नहीं बन पाता है। यदि कोई मजदुर बीमार पड़ जाता है या उन्हें कोई गहरी बीमारी हो जाती है तो उनके पास निःशुल्क इलाज करवाने का कोई साधन नहीं रहता है