जमशेदपुर-- संविधान में 1996 को मिले प्रदत्त अधिकारों का भारतवर्ष का पहला शिलालेख पोटका के पिछली में पत्थरों को खुरच कर लिखा गया है ताकि हड़प्पा मोहनजोदड़ो के समय जिस तरह पत्थरों को खुरच कर लिखा जाता था. उसी तरह से लिखा गया है और हर साल गांव के लोग इसे स्थापना दिवस के रुप में मनाते आ रहे हैं ताकि एक न एक दिन संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार गांव तक पहुंचे और गांव का सर्वांगीण विकास हो सके.