केंद्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना "आयुष्मान कार्ड" योजना धरहरा के लोगों से काफी दूर है । हालांकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरहरा में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कर्मी की नियुक्ति तो कर दी गई है , किन्तु आयुष्मान कार्ड बनाने वाले कर्मी की मनमौजी रवैए के कारण लाभार्थी घंटों इंतजार करने के बाद अपने - अपने घरों को चले जाते हैं जिससे कि वे "आयुष्मान कार्ड" योजना के तहत मिलने वाले लाभ से कोशो दूर है । वहीं जिन लाभार्थी की बात संबंधित कर्मी से हो पाती है तो उन्हे भी लम्बी इंतजार करने के बाद संबंधित कर्मी से मुलाकात हो पाती है । लाभार्थी बताते हैं कि "आयुष्मान कार्ड" काउंटर पर नियुक्त कर्मी आनंद कुमार अक्सर सीएचसी से नदारत रहते हैं । लाभार्थी के द्वारा फोन करने पर उनके द्वारा बताया जाता है कि वह कभी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार के साथ क्षेत्र भ्रमण में निकले हुए हैं तो कभी किसी अन्य काम से स्वास्थ्य केंद्र से बाहर निकले हुए है जिस कारण लगातार दो - तीन दिन स्वास्थ्य केंद्र का चक्कर लगाने के बाद भी संबंधित कर्मी से भेंट नहीं हो पाती है । बुधवार को "आयुष्मान कार्ड" बनाने के लिए प्रखंड के नक्सल प्रभावित पंचायत बंगलवा पंचायत से किशुन मोदी का 45 वर्षीय पुत्र भोला प्रसाद मोदी तथा उसकी बेटी , धरहरा महरना पंचायत के मानगढ़ निवासी स्व० हितलाल शर्मा का 55 वर्षीय नकुलदेव शर्मा , मानगढ़ निवासी बंटी देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरहरा आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आए हुए थे किंतु करीब दो घंटे इंतजार करने के बाद भी दोपहर के करीब दो बजे तक आयुष्मान कार्ड काउंटर पर नियुक्त कर्मी आनंद कुमार सीएचसी से नदारत थे । दो घंटों तक लम्बी इंतजार करने के बाद सभी लाभार्थी अपने - अपने घर को चले गए ।