धरहरा (संवाददाता):- एक ओर जहां बिहार के सीएम नीतीश कुमार केंद्र सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना मनरेगा से मजदूरों को शत प्रतिशत काम मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं ।वहीं दूसरी ओर मुंगेर के नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड में अंचलाधिकारी और कर्मचारी की मनमानी के कारण मनरेगा योजना का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। सीओ जहां अंचल में खतियान नहीं होने की बात कहकर पंचायत प्रतिनिधियों को योजना का एनओसी नहीं दे रही है,तो वहीं दूसरी ओर अपने चहेते कुछ लोगों को एनओसी मुहैया करा रही है जो जांच का विषय है। सीओ व कर्मचारी की मनमानी तथा योजना की एनओसी नहीं मिलने से खफा नक्सल प्रभावित बंगलवा पंचायत की पंचायत समिति सदस्या सह पूर्व प्रखंड प्रमुख फूला देवी ने डीएम नवीन कुमार को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है। डीएम सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों को दिए आवेदन में फूला देवी ने कहा है कि जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत बंगलवा मे 02 अक्टूबर 1919 को जल संचय तथा जल संरक्षण का कार्य प्रारंभ किए जाने वाली योजना का चयन किया गया था, जोकि वार्षिक कार्य योजना 2021-22 में भी शामिल है तथा वार्ड कार्यकारिणी से भी अनुमति प्राप्त है। वार्षिक कार्य योजना के क्रमांक संख्या 61 जल संचय योजना, वार्ड संख्या 01 कोठवा पुल से लेकर गुल्लर पेड़ तक गहराई एवं खुदाई कार्य के लिए सीओ द्वारा एनओसी निर्गत नहीं की जा रही है। जिस कारण योजना का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। जब भी सीओ पूजा कुमारी से एनओसी की मांग की जाती है तो एक ही रटा रटाया जवाब दिया जाता है, कि अंचल में खतियान उपलब्ध नहीं है। पूर्व प्रखंड प्रमुख फूला देवी ने डीएम को दिए आवेदन में बताया कि जब अंचल में खतियान उपलब्ध नहीं है तो फिर एक खास व्यक्ति को कैसे एनओसी निर्गत किया गया जिसकी छाया प्रति भी आवेदन के साथ संलग्न है जो कि जांच का विषय है ।पंचायत समिति सदस्या फूला देवी ने डीएम से मामले की सहानुभूति पूर्वक अपने स्तर से जांच करते हुए योजना का एनओसी निर्गत कराने की मांग की है जिससे कि नक्सल प्रभावित धरहरा में जल संचय योजना के तहत कार्य शुरू हो सके और मजदूरों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार मुहैया कराया जा सके।