प्रदूषित हवा से कार्बन डाइऑक्साइड को निकालने के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक नया तरीका ईजाद किया है। इसके लिए उन्होंने एक नए उपकरण की मदद ली है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इसके जरिये वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों के स्तर को कम करने के साथ-साथ नई रणनीतियां बनाने में मदद मिल सकती है।अमेरिका की मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने वैज्ञानिकों के साथ मिलकर यह तरीका विकसित किया है। शोधकर्ताओं ने कहा, ‘हवा से कार्बन डाइऑक्साइड को निकालने के अधिकांश तरीकों में उच्च सांद्रता की आवश्यकता होती है, जिसका अर्थ है कि वर्तमान में मौजूद ज्यादातर उपकरण हवा से कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को तभी कम करते हैं जब वायुमंडल में उनका स्तर ज्यादा होता है। लेकिन नई विधि के जरिये हवा में बहुत कम सांद्रता होने पर भी कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि नए तरीके में काफी ऊर्जा की खपत होती है और इसके जरिये वर्तमान में वायुमंडल से 400 पाट्र्स पर मिलियन (पीपीएम) ग्रीन हाउस गैसों को सोखा जा सकता है।यह अध्ययन एनर्जी एंड इन्वायरमेंटल साइंस नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।शोधकर्ताओं ने कहा कि यह डिवाइस दो चक्रों में काम करती है- चार्जिंग और डिस्चार्ज। चार्जिंग के दौरान डिवाइस हवा को अवशोषित करती है और साफ हवा को बाहर करती रहती है। जब डिवाइस का सिलेंडर भर जाता है तो कार्बन डाइऑक्साइड को भी बाहर कर देती है। इस अवस्था को डिस्चार्ज कहा जाता है। नई डिवाइस अगर कार्य करने में सफल हुई तो इससे कई तरह के लाभ हो सकते हैं। आपको क्या लगता है इससे लोगों को होने वाली श्वास संबन्धित या कोई अन्य बीमारियाँ कम होगी..? आप अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।