पटना के दानापुर से विनय सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की बिहार में शिक्षा के गिरते स्तर का कारण सिर्फ शिक्षक या विद्यालय नहीं है वरण इसका कारण बच्चो के अभिभावक भी है। शिक्षा का स्तर गिर चूका है छात्र और अभिभावक की सोच रहती है की बच्चो को स्कुल में शिक्षा मिले ना मिले खाना तो मिलेगा, हमारे बच्चो का पेट तो भरेगा।अभिभावक कभी भी बच्चो के किताब कॉपी उलट कर नहीं देखते की मेरा बच्चा स्कुल में क्या सीख रहा है।बच्चो का भी ध्यान मध्याहन भोजन में लगा रहता है की कब भोजन बनेगा और उन्हें मिलेगा।अभिभावक कभी भी विद्यालय में अपने बच्चो के शिकवा और शिकायत लेकर नहीं जाते है कि मेरा बच्चा विद्यालय में पढ़ता है या नहीं।शिक्षा के स्तर के गिरने का दूसरा मुख्य कारण विद्यालय के शिक्षक और शिक्षकाएं भी है जो अपने पंचायत में ही कार्यरत है वजह से जिसकी वे समय से स्कुल नहीं पहुंचते है और दूसरा की अगर उनके परिचित विद्यालय में पहुंच जाते है तो वे विद्यालय परिसर से बाहर चले जाते है।