बिहार के पटना जिले के दिलीप पांडेय ने बिहार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की उनकी बहन जमुई जिला के सोनो प्रखंड में रहती थी। तबियत खराब होने के कारण वो सरकारी समेत निजी अस्पतालों के चक्कर काटती रही लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अंत में किसी तरह से सिफारिश पर सदर अस्पताल में भर्ती हुई तो मृत्यु हो गयी। सदर अस्पताल समेत बिहार सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत ही लाचार है
बिहार राज्य के रोहतास ज़िला के चेनारी प्रखंड के मल्हीपुर पंचायत के सिंघपुर ग्राम से प्रिंस कुमार ने बताया कि एक आदिवासी व्यक्ति राजू लोहार को डीलर द्वारा राशन नहीं मिल रहा है। इस कारण उन्हें भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। डीलर का कहना है कि खेपा नहीं होने के कारण राशन नहीं मिलेगा। बीडीओ द्वारा भी कोई समाधान नहीं निकाला गया। राजू लोहार ,पड़ोसी से खाद्य सामग्री मांग कर अपने परिवार का पेट भरे है। डीलर द्वारा बहुत लोगों को राशन नहीं दिया गया है ,डीलर का कहना है कि जिनका फॉर्म भरा गया है उन्हें ही राशन मिलेगा।
बिहार राज्य के रोहतास ज़िला के चेनारी प्रखंड के सिंघपुर ग्राम से सचिन, मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि लॉक डाउन की वजह से लोगों को मेडिकल में दवाइयाँ पूरी तरह से नहीं मिल पा रही है।दवाइयाँ भी अधिक दाम में बेचे जा रहे है। वहीं अस्पताल से इलाज़ करवाते है तो वहाँ एक दवाई मिलेगा तो अन्य नहीं मिलेगा जिसे बाहर से ख़रीदना पड़ता है।
बिहार राज्य के दानापुर जिले से दिलीप कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनकी बहन जमुई जिले के सोनो प्रखंड स्थित एक अस्पताल में भर्ती थी, तबियत ज़्यादा खराब होने की वजह से उनको जमुई जिला स्थित सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। बताते है की सदर अस्पताल में मौके पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था और मरीज की हालत गंभीर थी। फिर दिलीप ने बिहार मोबाइल वाणी के संवादाता रजनीश कुमार से बात की तथा उनके पहल से अस्पताल के सिविल सर्जन नौसाद अहमद से बात करने के बाद मरीज की जांचकी गई तथा निशुल्क ऑक्सीजन मुहैया करवाया गया अंत में मोबाइल वाणी के संवादाता की वजह से मरीज की जान बचा ली गई
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बिहार राज्य के शेखपुरा ज़िला के चेवाड़ा से कुमकुम कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वो आठवीं वर्ग की छात्रा है। उन्होंने दिनांक 11 सितम्बर 2020 को मोबाइल वाणी पर एक ख़बर प्रसारित किया था और बताया था कि उन्हें जुलाई महीने में मिड डे मील के तहत चावल मध्यविद्यालय से मिला था। परन्तु अगस्त महीनें का चावल उन्हें विद्यालय द्वारा प्राप्त नहीं हुआ था।मोबाइल वाणी पर ख़बर प्रसारण के बाद यह असर हुआ कि उन्हें अब विद्यालय द्वारा मध्याह्न भोजन के तहत अगस्त महीने का छह किलो चावल मिल गया है। कुमकुम कुमारी अब खुश है और उन्होंने इस कार्य हेतु मोबाइल वाणी की सराहना की है।
चबारा में 2 महीने से बच्चों को 12 केजी मध्यान भोजन का चावल नहीं मिला है | विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
कागजात जमा करने के बावजूद भी नहीं आइ राशि।
बिहार से जितेंद्र कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उनके क्षेत्र के जिला पार्षद ,मुखिया राशन ले लेते हैं और लाभार्थियों को उनके राशन में कटौती की जा रही है।शिकायत करने पर लाभार्थियों के साथ गाली गलौज की जाती है