बिहार राज्य के सारण जिला के दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दी है कि स्वास्थ्य विभाग के लिए सरकार ने बहुत सारी योजनाएं बनाई है।लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से स्वास्थ्य विभाग को अपने कार्यों में कामयाब होते नहीं देखा जा रहा है।दिघवारा स्वास्थ्य केंद्र में मरीज़ों को कोई भी सुविधा नहीं मिलती है। मरीज़ों को प्रसव और बीमारियों से सम्बंधित नाम मात्र की ही दवायें उपलब्ध हैं, ज़्यादातर दवायें बाहर से खरीदनी पड़तीं हैं,जिस पर कमीशन बंधी होती है।कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से नहीं निभाते है।मरीज़ों के रख-रखाव के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है।अधिकारी भी इस पर विशेष ध्यान नहीं देते हैं।सरकार कई योजनाएं लागू करती है लेकिन कर्मचारियों की मिलीभगत से व्याप्त भरष्टाचार के कारण मरीज़ों तक सुविधायें नहीं पहुंच पातीं हैं ।