जलवायु की पुकार

जलवायु की पुकार कार्यक्रम के अंतर्गत इस अंतिम प्रोमों में हम जानेंगे कि हमने जलवायु से सम्बंधित अनेक बातें की हैं और जानकारियों पर विचार भी किया है

मध्यप्रदेश राज्य के शिवपुरी जिला से दिव्या भगवानी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम जलवायु की पुकार को सुनकर लोगों ने रक्षा बंधन के अवसर पर पेड़ लगाएं

मध्यप्रदेश राज्य के जिला शिवपुरी से दिव्या भागवानी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि जलवायु की पुकार कार्यक्रम सुनकर युवाओ ने संकल्प लिया है कि पेड़ों की कटाई पर रोक लगाया जायेगा ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके और हरियाली को नष्ट नहीं होने से रोका जा सके ।

मध्यप्रदेश राज्य के शिवपुरी जिला से दिव्या भगवानी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सलोनी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम जलवायु की पुकार सुन कर लोग जागरूक हो रहे हैं। बड़ो के साथ साथ बच्चे भी पर्यावरण के महत्तव को समझ रहे हैं

मध्यप्रदेश राज्य के शिवपुरी जिला से दिव्या भगवानी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जवायु की पुकार कार्यक्रम सुनने से लोग प्रेरित हो रहे हैं। साथ ही लोगों के द्वारा जगह जगह पेड़ भी लगाया जा रहा है

जलवायु की पुकार [ एक नए सफर का अंत ] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे की कैसे दुनिया भर में तापमान तेजी से बढ़ रहा है जिसके कारण लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ रहा है ।

मध्य प्रदेश राज्य के जिला शिवपुरी से दिव्या भगवानी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्यक्रम जलवायु की पुकार को इन्होने सुना और अपने सोसाइटी में भी सबको सुनाया। कार्यक्रम सुनने के बाद सभी ने अपने अपने घर के बाहर कियारी बना दिया है और पौधे भी लगाएं हैं। जिससे अब पूरा क्लोनी और सोसाइटी हरी भरी दिख रही है। और बच्चा बच्चा पेड़ पौधे लगा रहें हैं और जलवायु की पुकार कार्यक्रम से सभी को बहुत लाभ हुआ है

मध्यप्रदेश राज्य के शिवपुरी जिला के पिछोर से ऋषि यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पेड़ पौधे अवश्य लगाए क्योकि इससे ऑक्सीजन मिलता है तथा फल सब्जी प्राप्त होता है

मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी जिला से हमारी एक संवाददाता दिव्या भगवानी ने मोबाइल वाणी के माध्यम बताया की विद्यालय में बच्चों की संख्या काफी कम हो गई है बहुत सारे बच्चे पड़े हैं बीमार और विद्यालय नहीं आ रहे हैं जलवायु परिवर्तन से बच्चों की तबियत हो रही है ख़राब साथ और बहुत सारी बीमारियाँ भी फ़ैल रही हैं