सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

भीषण गर्मी और लू के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इन सभी खतरों से निपटने के लिए हमें तैयारियां करनी होंगी।

साथियों, यह दिन बेहद ही खास होता है क्यूंकि जगह -जगह पर स्वास्थ्य संगठनों एवं समाज सेवियों द्वारा रक्तदान शिविर लगाई जाती हैं और स्वस्थ्य लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इतना ही नहीं लोग इस दिन बड़े ही उत्साह और निःस्वार्थ भाव से अपने स्वेच्छापूर्वक रक्तदान करते हैं और जरूरतमंद लोगों तक ब्लड पहुँचाने में अपना योगदान देते हैं। तो,आइये हम सब मिलकर रक्तदान की इस मुहीम से जुड़े और विश्व रक्तदाता दिवस में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आप सभी श्रोताओं को विश्व रक्तदाता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।

गर्मी से बचने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने होंगे | बिजली का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें, पानी का सही इस्तेमाल करें और जब तक ज़रूरी ना हो, घर से बाहर धुप में ना निकले |

हीट वेव जागरूकता के इस प्रोमो में हम जानेंगे इस बढ़ती गर्मी का कारण क्या है। साथ ही इस गर्मी से बचाव के लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के बाघमारा प्रखंड से मदनलाल चौहान ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि भीषण गर्मी के कारण चेचक बीमारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंगरपत्रा 12 नंबर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहिया, एनएम और स्थानीय ग्रामीण भाग ले रहे हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा किसानों को बता रहे है कि दुधारू पशुओं को संतुलित आहार दें। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...