झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के तोपचांची प्रखंड से खीरु महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की उनके क्षेत्र में पानी का पैसा लेने के बाद भी पानी सही से नहीं दिया जाता है

संजीवनी के बाहर से मोटरसाइकिल चोरी हो गई। गुरुवार की सुबह चोरों ने अस्पताल के बाहर से एक मोटरसाइकिल चोरी कर ली। पीड़ित श्रीमतव ने इस संबंध में सतारा पुलिस स्टेशन में एक लिखित आवेदन दिया और मोटरसाइकिल बरामद की। कहा जाता है कि आरोपी अस्पताल के बाहर मोटरसाइकिल रखकर डॉक्टरों से मिलने अस्पताल के अंदर गया था, लेकिन जब वह बाहर आया तो उसकी मोटरसाइकिल टूटी हुई मिली।

मायके वालों ने ससुराली जनो पर दहेज़ उत्पीड़न का आरोप लगया है ,अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी

झारखंड राज्य के धनबाद जिला के तोपचांची प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता तफाजुल आज़ाद ने बताया की फेरेदी पंचायत में बने 72 प्रधानमंत्री आवास करोड़ों रुपये के घोटालों का उपहार बन गए हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

राज्य झारखंड जिला धनबाद में पीने के पानी का संकट गहरा गया , ग्रामीणों ने विरोध किया , कहा पानी नहीं , वोट नहीं , नमस्कार , धनबाद , मालवानी समय , जिला समन्वयक , तफा जुलाजा , कि चाची ब्लॉक में पहले से ही पीने के पानी का संकट है लगभाग पंचायत के अंतर्गत आने वाली लगबाग बस्ती के ग्रामीण पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं । समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने अपने घर से ए जेलमिनार के पास प्रदर्शन किया और पीने के पानी की समस्या को हल करने की मांग की ।

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एडीआर संस्था ने अपनी एक और रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में राजनीतिक पार्टियों की कमाई और खर्च का उल्लेख है। यह रिपोर्ट बताती है कि कैसे राजनीतिक पार्टियां अपने विस्तार और सत्ता में बने रहने के लिए बड़े पैमाने पर खर्च करती हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे बड़े सत्ता धारी दल ने बीते वित्तीय वर्ष में बेहिसाब कमाई की और इसी तरह खर्च भी किया। इस रिपोर्ट में 6 पार्टियों की आय और व्यय के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सीपीआई एम और बीएसपी और एनपीईपी शामिल हैं। दोस्तों, *---- आपको क्या लगता है, कि चुनाव लडने पर केवल राजनीतिक दलों की महत्ता कितनी जरूरी है, या फिर आम आदमी की भूमिका भी इसमें होनी चाहिए? *---- चुनाव आयोग द्वारा लगाई गई खर्च की सीमा के दायेंरें में राजनीतिक दलों को भी लाना चाहिए? *---- सक्रिय लोकतंत्र में आम जनता को केवल वोट देने तक ही क्यों महदूद रखा जाए?

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