भगत सिंह चौक और राहुल चौक के बीच है और इसका उद्घाटन सामाजिक कार्यकर्ता सूरज सिंह ने किया था । कहा जाता है कि नामकरण नए लोगों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने और प्रस्थान की पहचान करने और इसे मौके पर ही विकसित करने के लिए किया गया था ।