झारखण्ड के धनबाद मोहदा से बीरबल महतो जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि धनबाद चंद्रपुरा बंद होने से आम लोगों के साथ साथ व्यवसायों ,दुकानदारों की तकलीफें बढ़ गई है। 124 वर्ष पुराना रेल लेने 15 जून से बंद हो जाने पर बाजार जो 10-15 किलोमीटर तक फैली है ,वहां के जनजीवन पर लाखों लोगों पर बुरा असर पड़ा है। जमीन के निचे आग लगने के कारण सरकार ने इस लाइन को बंद कर दिया है परन्तु वास्तविकता कुछ और ही है। यह बीसीसीएल व डीजी एमएस की सोची समझी साजिश है।सरकार ने धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन को बंद करने में जल्दबाजी की है जिससे हर वर्ग के लोग प्रभावित हुए है। धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन बंद करना गलत है व जनता के साथ धोका है। सरकार के इस निर्णय से लोगों के दिलो में भी आग लगने लगी है। केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो रहा है