जिला धनबाद,प्रखंड बाघमारा से मदन लाल चौहान झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की आज महिलाओं के प्रति बढ़ती यौन हिंसा दिन-प्रतिदिन एक गम्भीर समस्या बनती जा रही है।महिला माता,बहन, पत्नी और ना जाने कितने पूजनीय रिश्ते से जानी जाती है।फिर भी महिलाओं के साथ जब से वो माँ के गर्भ में पलती है तब से अंतिम मृत शय्या तक घर हो बाहर उनका घोर तिरस्कार होता ही रहता है।वे कहते हैं कि महिलाओं की सबसे बड़ी दुश्मन पहले तो महिला ही होती है।उसके बाद महिलाओं का दुश्मन पुरुष वर्ग भी है,जो पुरुषो द्वारा यौन हिंसा या शोषण के नाम से जाना जाता है।महिलाओं को अपनी लुभावने बातो के जाल में फंसा कर पुरुष यौन हिंसा का शिकार बनाने में सफल होते है ।जब समाज के बीच में फिल्मो का चलन था तब यौन हिंसा 25 से 35 प्रतिशत तक थी,पर वर्तमान में इंटरनेट और मोबाईल के प्रचलन के बढ़ने से महिलाओं के प्रति यौन हिंसा का यह प्रतिशत बढ़कर 50 से 80 हो गया है । कहते हैं कि इस समस्या से निपटने के लिए कड़े-से-कड़े कानून बनाने और उसे सख्ती से लागु करने की आवश्यकता है, तभी यौन हिंसा रुक सकती है ।