झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के कसमार प्रखंड से सुदाम कुमार सेन ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि टीवी में दिखाया जाता है कि तापमान के कारण ग्लेशियर पिघल रहा है। लेकिन मीडिया में केवल ये बाते होने से पर्यावरण की समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। पहले के युग में जिस प्रकार बुजुर्ग लोग काम करते थे उसी प्रकार आज भी काम किया जाएगा तो इस जलवायु परिवर्तन का समाधान निकाला जा सकता है। बुजुर्गों की विरासत को बचाने के लिए नदी ,पहाड़ ,जंगल का संरक्षण पर ध्यान देना ज़रूरी है । सरकारी विभाग द्वारा अपने अपने वन ,नदी आदि क्षेत्र में सही से काम कर उसका संरक्षण करना चाहिए। अब जब मनमानी ढ़ंग से विकास कार्य हो रहा है जिससे की आपदाएँ बढ़ रही है ,उस पर रोक लगाने की आवश्यकता है