झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के पेटरवार से शोभा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, हुनरबाज़ कार्यक्रम सुन कर इन्हे बहुत अच्छा लगता है। इस कार्यक्रम को सुना कर शोभा ने अपने हुनर को पहचाना है। शोभा बचपन से एक शिक्षक बनाने का सपना देखती थी और इस सपने को पूरा करने के लिए इन्होने बहुत मेहनत किया। लेकिन इनके घर की आर्थिक स्थिति इतनी ख़राब हो गयी की शोभा अपने सपने को पूरा करने की उम्मीद ही खो बैठी थी। इन्हे लगने लगा की ये अब इस सपने को पूरा नहीं कर पायेंगी। लेकिन जब शोभा ने हुनरबार कार्यक्रम को सुना तब इन्हे एहसास हुआ की ये अपने सपने को पूरा कर सकती है, इनके अंदर ये क़ाबलियत है। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए शोभा ने गाँव के बच्चो को पढ़ना शुरू कर दिया। ताकि बच्चो को पढ़ाने का अनुभव इन्हे मिल सके और ये कुछ पैसे कमा सके। भले ही इनका सपना पूरा नहीं हो सका, लेकिन शोभा ने अपने इन्ही छोटे छोटे प्रयासों को जारी रखा है, जो हुनरबाज़ कार्यक्रम को सुन कर जागरूक हुआ है। हुनरबाज़ कार्यक्रम के अन्य एपिसोड को सुन कर इन्हे यह भी जानकारी मिली की हम बिना फ्रिज के भी सभी को ताज़ा कैसे रख सके और 2 बिगाह जमीन पर हम खेती कर के कैसे अपने बिज़नेस को आगे बढ़ा सकते है