झारखण्ड राज्य के बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड अंतर्गत गुंजरडीह में जे.एम्.रंगीला ने दृष्टिबाधित हीरामन महतो से खास बात-चित की। हीरामन महतो ने बताया कि इन्होने लगभग दस साल कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्य किया। इस वजह से धीरे-धीरे इनकी आँखों की रौशनी चली गई। साथ ही इन्होने बताया कि ये दृष्टिबाधित पेंशन के लाभ से वंचित हैं। पूर्व में प्रखंड स्तर पर दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाया जाता था,परन्तु अब केंद्रीय स्तर पर जिला मुख्यालय में बनता है। हीरामन महतो पेंशन का लाभ लेने के लिए,दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने की कोशिश कर रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।