झारखण्ड राज्य बोकारो जिला बेरमो प्रखंड से देवनारायण झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हाल ही में कॉल इंडिया प्रबंधन द्वारा लाए गए नई विस्थापन नीति से बेरमो कोयलांचल क्षेत्र के विस्थापितों व इनके नेताओं में भारी आक्रोश है। इसी नीति के विरोध में पिछले दिनों कोल इंडिया प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की गई एवं पुतला दहन कार्यक्रम भी किया गया है। इस आंदोलन के दूसरे कड़ी में बीते मंगलवार को विशाल धरना का आयोजन विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले सफलतापूर्वक की गई। जिसमें भारी संख्या में लोग जुटे और प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जेबीसी सीआई के सदस्यता के महामंत्री लखन लाल महतो ने करते हुए कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन विस्थापितों को उचित हक से वंचित रखना चाहती है। बड़े संघर्ष के बाद जमीन के बदले नौकरी देने का प्रावधान बना था जिसे प्रबंधन सुनना चाहती है और नई विस्थापन नीति के तहत नौकरी की जगह डेढ़ सौ रुपया प्रति डिसमिल के हिसाब से प्रति माह 2000 से ₹30000 देने का प्रावधान बनाया है। जो निंदनीय है। जमीन के बदले नौकरी प्राप्त करने के लिए लंबे संघर्ष की आवश्यकता है। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो ने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा लाई गई नई विस्थापन नीति विस्थापितों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं बेरमो विधानसभा के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन के खिलाफ जुझारू आंदोलन चलाने की आवश्यकता है। तभी विस्थापितों का सही हक मिल पाएगा। कोल इंडिया प्रबंधन समय-समय पर धोखा देने का काम किया है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।