विद्यापतिनगर। बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान प्रखंड क्षेत्र में दम तोड़ती नजर आ रही है। लाखों रुपए खर्च कर सरकार ने इस योजना को पंचायत स्तर पर शुरू किया था, जिसका लक्ष्य पंचायत को स्वच्छ एवं निर्मल बनाना था, लेकिन जमीनी हकीकत इससे इतर दिखता है। आलम यह है कि प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में वार्ड स्तर पर बहाल स्वच्छता कर्मीयों द्वारा मनमानी किया जा रहा है, उनके द्वारा समय पर घरों से कचड़े का उठाव नहीं किए जाने के कारण लोग कचड़े को यत्र-तत्र फेंकने को मज़बूर है। प्रखंड के मऊ धनेशपुर दक्षिण पंचायत के वार्ड संख्या 7 में गत एक सप्ताह से नियुक्त स्वच्छता कर्मी के द्वारा कचड़े का उठाव नहीं किया जा रहा है, वहीं वार्ड संख्या 5 में मनमानी करते हुए सप्ताह में एक से दो दिन ही कचड़े का उठाव किया जाता है। यही वजह है कि लहेरिया चौक से पीपरपांती जाने वाली मुख्य सड़क पर शिव मंदिर के समीप कचड़े का ढेर लगा हुआ है। उधर वाजिदपुर पंचायत में भी हाल ही में कचड़ा उठाव शुरू किया गया है, बाबजूद इसके राजा चौक के समीप लगा कचड़े का ढेर इस योजना की हकीकत बयां कर रही है। उधर साहिट पंचायत अंतर्गत विद्यापतिनगर में प्रखंड कार्यालय के समीप एवं विद्यापति प्लस टू विद्यालय के मुख्य द्वार के उत्तर दिशा में लगा कचड़े का अंबार स्वच्छता अभियान का पोल खोल रहा है।