नए मोटर व्हीकल एक्ट में हिट एंड रन के मामले में भारी सजा एवम जुर्माना के विरोध में वाहन चालकों के चक्का जाम से दैनिक उपयोग की सामग्रियों के दाम बढ़ने शुरू हो गए और ऐसे में बालू की कीमत भी अछूती नहीं है। बालू की बिक्री के लिए समस्तीपुर शहर में मगरदही घाट, मुसरीघरारी में बालू खरीदने जाते हैं लोग।कल से हड़ताल शुरू हीं हुआ है और आज बालू की कीमत लगभग 30 से 40 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। इस संबंध में मगरदही घाट पर बालू की मंडी में बालू खरीदने गए ग्राहक कहते हैं की उन्हें अपने मकान के प्लास्टर के लिए बालू खरीदना था पर कल तक बालू का रेट 5500 से 5800 तक का था जो आज 7000 दिख रहा है और मनपसंद बालू भी नहीं मिल रहा है। बजट गड़बड़ा रहा है कुछ दिन मकान का काम बंद करना पड़ेगा। वहीं बालू एजेंट कहते हैं की जहां प्रतिदिन 10 से 15 गाड़ियों से बालू आता था वहीं आज मात्र तीन गाड़ी आई है और इसे भी हम दूर के क्षेत्रों में नहीं भेजेंगे क्यूंकि ट्रक चालक चक्का जाम में जाना चाहते हैं। *क्या है वजह* केन्द्र सरकार द्वारा भारतीय न्याय संहिता में किए जा रहे बदलाव की स्थिति में एक्सीडेंट में अगर ड्राइवर दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 10 साल की सजा एवम भारी जुर्माना की सजा हो सकती है। *पिक अप से हो रही है बालू की ढुलाई* ताजपुर मंडी पहुंचने पर मिलती है नई जानकारी, पिक अप से भी अब हो रहा है बालू का कारोबार। पारंपरिक रूप से ट्रक और ट्रैक्टर से होती थी ढुलाई पर बालू की कम आपूर्ती और बढ़ती कीमत के बिच पिकअप गाड़ी वाले भी बालू लाकर बेच रहें हैं, पिक अप पर 200 सीएफटी बालू है। चक्का जाम के बिच पिक अप से बालू आ तो रहा है पर इससे बढ़ी कीमत और आवश्यकताओं की आपूर्ति में हो रही परेशानी नहीं कम रही है।