विद्यापतिनगर प्रखंड में इन दिनों नीलगायों के आतंक से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। खेतों में लहलहाती फसल को नीलगाय बर्बाद कर रहे हैं। रात का अंधेरा हो या दिन का उजाला, नीलगायों को किसी का डर नहीं है। नीलगाय खेतों में झुंड के झुंड पहुंच कर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इनके आतंक से किसानों ने कई फसल लगाना छोड़ दिया है। नीलगायों के आतंक से दिनों दिन प्रखंड में खेती कम होती जा रही है। किसानों का कहना है कि जैसे ही फसलों का फूल तैयार होता है। वह नीलगायों का निवाला बन जाता है। नीलगाय खाने से ज्यादा फसल को रौंदकर नष्ट करते हैं। नीलगाय इन दिनों सब्जी की खेती को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं। नीलगायों के चलते हमलोगों को बहुत परेशानी है। इस इलाके में एक सौ से अधिक नीलगाय हैं। नीलगाय से सब्जी की फसल बचाने के लिए चारों तरफ से खेत की घेराबंदी की है। इसमें करीब एक लाख रुपए खर्च हो गया। हमलोग रात-दिन इकट्ठा होकर अपनी फसल की रक्षा कर रहे हैं। हमलोगों ने घेराव भी किया था, लेकिन सरकारी अधिकारी इस मामले में कोई सुध नहीं ले रहे हैं।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।