विद्यापति नगर प्रखंड अंतर्गत मऊ गांव में एक परिवार के पांच सदस्यों के शव उनके आवास पर लटके हुए पाए गए जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. परिवार की मौत के लिए न्याय की मांग करते हुए मनोज की बेटी ने आरोप लगाया कि उक्त मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है. उसने टिप्पणी की कि साहूकारों ने मनोज की हत्या कर दी क्योंकि वह उन्हें 3 लाख रुपये वापस करने में असमर्थ था, जो उसने तीन महीने पहले छोटी बेटी की शादी के लिए उधार लिया था. उन्होंने कहा कि वे मामला दर्ज कराने की धमकी देकर उन्हें प्रताड़ित और ब्लैकमेल करते थे. वह डर गया क्योंकि उसे कानून और व्यवस्था के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं थी. समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हृदय कांत के मुताबिक, मृतक परिवार के सदस्यों की पहचान मनोज झा, उनकी पत्नी सुंदरमणि देवी, दो बच्चों सत्यम कुमार (10) और शिवम (8) और मनोज की मां सीता देवी के रूप में हुई है. ह्रदयकांत ने कहा कि मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की एक टीम को काम सौंपा गया है. पुलिस ने बताया कि मनोज तंबाकू (खैनी) की दुकान चलाता था और उसके दो बेटे और दो बेटियां हैं. उन्होंने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है. वहीं, इस हादसे की तस्वीर इतवार को सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें बताया जा रहा है कि परिवार ने भूख और गरीबी से तंग आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया है. इस मामले में लोग बिहार सरकार के साथ ही वहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठा रहे हैं.