सरकार एवं जिलाधिकारी के कारबाई से मुखिया एवं वार्ड मेंबर नहीं डरते. यहीं कारण है कि नल जलापूर्ति करने के तय समय सीमा 31 मार्च समाप्ति के बाद भी ताजपुर पंचायत के आधे से अधिक वार्ड में नल जलापूर्ति शुरू नहीं किया गया है. पंचायत के 5, 7, 8, 10, 13 आदि वार्डों में या तो कहीं बोरिंग नहीं गाड़ा गया है या टंकी नहीं लगाया गया है जबकी पैसे का उठाव कर लिया गया है। पूरे प्रखंड में नलजल योजना लूट योजना का पर्याय बना हुआ है. इसमें तमाम सामग्री नकली ईस्तेमाल किया जा रहा है. सरकारी निर्देश के अनुसार आईएसआई सामान लगाना है जबकी बोरिंग पाईप, सप्लाई पाईप, नल, जोइंट, टंकी आदि पर आईएसआई मार्का का नामोनिशान नहीं है. पाईप 3 फिट अंदर रहने के बजाय उपर ही उपर दिखता रहता है. बढ़ती तपिश के कारण ग्रामीण पेयजल के लिए परेशान हैं लेकिन मुखिया एवं वार्ड मेंबर कान में तेल डाले सोये हुए हैं. यहाँ तक कि जिलाधिकारी द्वारा बार- बार कारबाई करने के चेतावनी का भी असर ढ़ीठ जनप्रतिनिधि पर नहीं पड़ता है इस बाबत पेयजल संकट को लेकर लोगों की शिकायत पर भाकपा माले के शंकर सिंह, बासुदेव राय, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, संजय शर्मा आदि की टीम ने प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में पंचायत के विभिन्न वार्डों में जाकर नलजल योजना के साथ पेयजल का निरिक्षण करने के बाद जिलाधिकारी से पेयजल संकट के समाधान हेतु सभी वार्डों में बोरिंग, गाड़ने, टंकी लगाने, अधूरे कार्यों को पूरा कर नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित करने अन्यथा जिम्मेवार मुखिया, वार्ड मेंबर, पीएचईडी के पदाधिकारी एवं कर्मी पर कारबाई करने की मांग की है. माले सचिव ने कहा है कि यदि यथाशीघ्र मांग पूरा नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों के साथ मिलकर भाकपा माले आंदोलन चलाने को बाध्य होगी.