विभूतिपुर: पढ़ना है, पढना है, पढ़ना है। मैं लड़की हूं मुझको पढ़ना है। सांस्कृतिक मंडली दूर देहात कला जत्था की टीम ने जब प्रस्तुति के क्रम में नुक्कड़ नाटक के बीच गीत नाटिका को परोसा तो परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान हो उठा। जिला प्रशासन की ओर से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कला जत्था की टीम लोगों को जागरूक कर रही थी। टीम को प्रखंड के भरपुरा पटपारा पंचायत अन्तर्गत आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 192 पर महिला पर्यवेक्षिका सुमन कुमारी और सेविका संगीता कुमारी, सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत के आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 44 पर महिला पर्यवेक्षिका रजनी और सेविका रूपम कुमारी व पतैलिया पंचायत के केन्द्र संख्या 263 पर महिला पर्यवेक्षिका बबीता कुमारी और सेविका विभा कुमारी के नेतृत्व में प्रस्तुति दी। उक्त परिसर में बेटा और बेटी में फर्क नहीं मानने, भ्रूण हत्या पर रोक लगाने, आधी आबादी को वास्तविक सम्मान दिलाने, राष्ट्र निर्माण में इनकी भूमिका आदि पर समां बांधती रही। लोग कार्यक्रम के दौरान तालियां बजाकर कलाकारों का हौसला अफजाई करते दिखे। अध्यक्षता संस्था सचिव प्रभु नारायण झा ने की। मौके पर कला जत्था के कलाकार रामाश्रय दास, रामनाथ राय, विनोद कुमार, मदन महतो, टुनटुन पंडित, दीपक जोशी, साजन कुमार, डॉ. विजेन्द्र पासवान, नूतन कुमारी, रिंकु कुमारी, उषा कुमारी आदि रहे। संपूर्ण कार्यक्रम की मॉनिटरिंग सीडीपीओ पिंकी कर रही थी।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।